बर्क़ी चोरी की रोक-थाम के लिए ख़ुसूसी मुहिम की मंसूबा बंदी

दोनों शहरों हैदराबाद और सिकंदराबाद के मुख़्तलिफ़ महल्लाजात में आइन्दा चंद यौम के दौरान महकमा बर्क़ी की जानिब से बड़े पैमाने पर धावे किए जाने का इमकान है। महकमा बर्क़ी ने गुज़िश्ता हफ़्ता पुराने शहर के मुख़्तलिफ़ महल्लों में धावे करते हुए बर्क़ी मीटर ज़ब्त किए थे ताकि बर्क़ी मीटरों में उलटफेर की तहकीकात की जा सके।

बताया जाता है कि महकमा बर्क़ी की जानिब से आमदनी में इज़ाफ़ा और बर्क़ी चोरी की रोक थाम के लिए ख़ुसूसी मुहिम चलाने की मंसूबा बंदी की गई है और इसी मंसूबा बंदी के तहत ये मुहिम चलाए जाने पर ग़ौर किया जा रहा है।

सी पी डी सी एल ओहदेदारों ने बताया कि ये कोई ख़ुसूसी मुहिम नहीं है बल्कि हर साल मौसमे गर्मा में ये मुहिम चलाई जाती है ताकि बर्क़ी चोरी की शिकायात पर कार्रवाई को यक़ीनी बनाया जा सके।

बाअज़ ओहदेदारों के बामूजिब दोनों शहरों के मख़सूस इलाक़ों की महकमा बर्क़ी की जानिब से निशानदेही की जा चुकी है और विजिलेन्स और महकमा पुलिस के हमराह महकमा बर्क़ी के ओहदेदारों की जानिब से बड़े पैमाने पर धावे किए जाने का इमकान है।

ऐन इंतिख़ाबात से क़ब्ल इस तरह की कार्यवाईयों से सियासी क़ाइदीन भी परेशान हैं चूँकि महकमा की कार्रवाई की सूरत में अवाम फ़ौरी तौर पर सियासी मुदाख़िलत का मुतालिबा करते हैं लेकिन फ़िलहाल सियासी क़ाइदीन किसी भी तरह की हंगामा आराई के मुर्तक़िब नहीं बनना चाहते।