रियासत में बर्क़ी शरहों के इज़ाफ़ा पर तमाम सयासी जमातों की जानिब से तन्क़ीद का सामना करने वाली वज़ीर-ए-आला जया ललीता ने आज ऐलान किया कि वो बर्क़ी के घरेलू सारिफ़ीन के लिए इज़ाफ़ा शूदा नर्ख़ में सब्सीडी देंगी। रियास्ती असेंबली में ये ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सब्सीडी का जो फ़ैसला किया है इससे रियासत के 1.5 करोड़ ख़ानदान इस्तेफ़ादा कर सकेंगे। यही नहीं उन्होंने तमिलनाडू इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड के लिए भी 740 करोड़ रुपये की ज़ाइद सब्सीडी का भी ऐलान किया।
इस तरह बर्क़ी के महकमा को जारीया साल जुमला सब्सीडी की रक़म 4294.16 करोड़ रुपय हो गई जो कि एक रिकार्ड है। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि ऐसे घरेलू सारिफ़ीन जो दो माह तक सिर्फ 100 यूनिट्स का इस्तेमाल करेंगे, उन्हें फ़ी यूनिट सिर्फ एक रुपया अदा करना होगा हालाँकि नज़रसानी शूदा बर्क़ी के नर्ख़ में घरेलू सारिफ़ीन के लिए फ़ी यूनिट 1.10 रुपय अदायगी मुक़र्रर की गई थी।
उसे घरेलू सारिफ़ीन जो दो माह तक सिर्फ 200 यूनिट्स ही इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अब बजाय 1.80 रुपय फ़ी यूनिट के सिर्फ 1.50 रुपय फ़ी यूनिट अदा करने होंगे। इस तरह 201 यूनिट्स से 500 यूनिट्स इस्तेमाल करने वाले घरेलू सारिफ़ीन को पहले 200 यूनिट्स के लिए 3 रुपय की बजाय सिर्फ 2 रुपय फ़ी यूनिट अदा करने होंगे और बादअज़ां 201 से 500 यूनिट्स के लिए 3.50 रुपय की बजाय सिर्फ 3 रुपय फ़ी यूनिट अदा करने होंगे।
जया ललीता के इस ऐलान के साथ हुक्मराँ जमात की बंचों ने ख़ौरमक़दम करते हुए बेंचों को थपथपाया गया जबकि क़ब्लअज़ीं इस मौज़ू पर स्पीकर डी जया कुमार की जानिब से मुबाहिसा की इजाज़त ना दिए जाने पर अपोज़ीशन डी एम डी के और डी एम के ने वाक आउट किया था। याद रहे कि आम बजट के बाद मुल़्क की मुख़्तलिफ़ रियास्तों में बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा किया गया है जिसके बाद अवामी एहतिजाज का सिलसिला जारी है।