उत्तराखंड के वज़ीर-ए-आला विजय बहु गुना ने अपनी काबीना में तौसीअ के सिर्फ एक रोज़ बाद कांग्रेस के सीनीयर क़ाइदीन से नई दिल्ली में मुलाक़ात की ताकि उनकी हुकूमत को दरपेश मसाएल से निमटने बाहम सलाह-ओ-मश्वरा किया जा सके। दरीं असना एक सीनीयर कांग्रेसी क़ाइद ने कहा कि फ़िलहाल में इतना कह सकता हूँ कि बहु गुना ने कुछ आला सतही क़ाइदीन से बातचीत की है।
याद रहे कि काबीना में तौसीअ के बाद बहु गुना असेंबली के स्पीकर की नामज़दगी को अव्वलीन तर्जीह दे रहे हैं जहां कांग्रेस को सात ग़ीरबी जे पी एम एल एज़ की ताईद हास है। स्पीकर के इंतेख़ाबात 26 मार्च को मुनाक़िद शुदणी हैं और 27 मार्च से नई असेंबली के पहले इजलास का आग़ाज़ हो जाएगा। बात सिर्फ यहीं ख़तम हो जाती तो बेहतर था लेकिन बहू गुना के सामने मज़ीद एक इम्तेहान है और वो उन्हें ऐवान में एतेमाद का वोट हास करना है।
याद रहे कि स्पीकर के इंतेख़ाब को मज़ीद दिलचस्प बनाने बी जे पी ने भी अपने उम्मीदवार को नामज़द किया है ताकि कांग्रेस को टक्कर दी जा सके। ख़ुसूसी तौर पर कल के वाक़्या के बाद जब टिहरी के एक आज़ाद एम ई ए दिनेश धन्नानी को काबीना में शामिल नहीं किया गया जिस पर ब्रहम होकर धन्नानी ने बहू गुना की खुल्लम खुल्ला मुख़ालिफ़त शुरू कर दी है।
इनका इद्दिआ है कि बहू गुना ने उन्हें धोका दिया। इलावा अज़ीं बहू गुना को एम एल एज़ के एक ग्रुप से मुसलसल मुख़ालिफ़त का सामना है जो हरीश रावत की ताईद करते हैं। कल हलफ़ बर्दारी की तक़रीब में रावत के छः या सात हामी तक़रीब से गैर हाज़िर थे।बहू गुना एक और बाग़ी हरीफ़ हरक सिंह रावत के मुआमले पर भी तफ़सीली तबादला-ए-ख़्याल करेंगे जो समझा जाता है कि काबीना में जगह हासिल करने कांग्रेस से खु़फ़ीया मुआहिदा किया है।