वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने जुमा को एक बार फिर बाढ़ मुतासीर 12 अज़ला का हवाई मुआइना किया। उन्होंने इन अज़ला के जिला ओहदेदारों को फसल नुकसान का मुआइना करने की हिदायत दिया और रबी से पहले किसानों को इनपुट सब्सिडी देने की ऐलान की। इसके साथ ही जिनके मकान बर्बाद हो गये हैं, उन्हें मत्वक़्क़े रक़म देने की भी ऐलान की।
सर्वे से लौटने पर वज़ीरे आला ने स्टेट हैंगर में सहफ़ियों से कहा कि हुकूमत रियासत के सैलाब मुतासीर साठ लाख लोगों के साथ है। हुकूमत के इमदाद काम में और रफ्तार लायी जायेगी। गंगा के दियारे में पानी फैला है, लेकिन लोग निकलना नहीं चाहते हैं। इसलिए जगह-जगह इमदादी कैंप लगाया गया है। अनाज और नकद दिये जा रहे हैं। अगली फसल के लिए इनपुट सब्सिडी भी दी जायेगी। मंगल को वज़ीरे आला सैलाब और इमदाद कामों की तजवीज करेंगे। गुजिशता 15 दिनों से गंगा में ज़्यादा पानी आने की वजह सैलाब की हालात को देखते हुए वज़ीरे आला ने हवाई सर्वे से लौटने के बाद जिला अफसरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और जरूरी हिदायत दिये।
उन्होंने कहा कि आफ़त इंतेजामिया और एनडीआरएफ अपना काम कर रहा है। एनडीआरएफ की और टुकड़ी मांगी गयी है। उन्होंने कहा कि मर्क़ज़ को सैलाब और सुखाड़ की इत्तिला मुसलसल दी जा रही है। सैलाब से हुई नुकसान का मुआइना कर मर्कज़ी हुकूमत को इत्तिला किया जायेगा। सैलाब एमदादी काम डिजास्टर मैनेजमेंट लॉ के मुताबिक होता है। 75 फीसद रक़म मर्क़ज़ और 25 फीसद रियासत हुकूमत खर्च करती है। अजाफ़ी इमदाद मर्कज़ी हुकूमत की तरफ से दी जाती है। पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, भागलपुर, कटिहार, भोजपुर, सारण, वैशाली व बक्सर जिले का हवाई सेर्वे करने के बाद सीएम ने कहा कि बक्सर से लेकर कहलगांव तक गंगा का पानी कम हुआ है। जिला इंतेजामिया और आफत इंतेजामिया महकमा के अफसर नजर रखे हुए हैं।