बाबरी मस्जिद इन्हिदाम का 26/11 हमले से तक़ाबुल

बी जे पी ने आज बाबरी मस्जिद इन्हिदाम का 26/11 दहश्त गिरदाना हमलों के साथ मुवाज़ना करने वाले दौरे कनुंदा पाकिस्तानी वज़ीर-ए-दाख़िला रहमान मुलिक के मुतनाज़ा बयान पर तन्क़ीद की, और उसे निहायत बद बख्ता ना और इश्तिआल अंगेज़ क़रार दिया।

ये अजीब और बद बख्ता ना है कि पाकिस्तानी वज़ीर दौरे के आग़ाज़ में ही पाकिस्तान से उभरने वाली सरहद पार दहश्तगर्दी के बारे में तबसेरा करते देखे गए, और इसी लहज़े में वो हिंदूस्तान के देसी वाक़ियात के मामले में लब कुशाई कर रहे हैं, सीनीयर बी जे पी लीडर अरूण जेटली ने यहां मीडीया को ये बात बताई।

उन्होंने मज़ीद कहा कि ये तबसरे बिलकुल‌ बद बख्ता ना, गै़रज़रूरी हैं और उनको वहां मौजूद हिंदूस्तानी वुज़रा की तरफ‌ से वाक़ई मुस्तर्द करदेना चाहीए था। रहमान ने जुमे को नई दिल्ली में अपनी आमद पर अख़बारी नुमाइंदों को बताया था, हम कोई 9/11 नहीं चाहते।

हमें कोई बोम्बे धमाके नहीं चाहिऐं, हमें कोई समझौता एक्सप्रेस नहीं चाहीए, हम कोई बाबरी मस्जिद मसला नहीं चाहते और हम ना सिर्फ़ हिंद-ओ-पाक बल्कि ख़ित्ते में भी अमन के लिए मिलकर काम करसकते हैं।