बालादस्ती केलिए रस्सा कशी

हैदराबाद 30 दिसमबर (एन ऐस ऐस) चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी की नई दिल्ली में सदर ए आई सी सी सोनीया गांधी और दीगर मर्कज़ी क़ाइदीन से मुलाक़ात ने उन के और सदर ए पी सी सी बी सत्य ना रायना के दरमयान बढ़ती हुई सयासी रस्सा कशी के तनाज़ुर में काफ़ी सयासी एहमीयत इख़तियार करली है।

चीफ़ मिनिस्टर जो कल रात क़ौमी दार-उल-हकूमत केलिए रवाना हुए, एर पोर्ट से सीधे ग़ुलाम नबी आज़ाद मर्कज़ी वज़ीर-ए-सेहत और ए आई सी सी सैक्रेटरी इंचार्ज ए पी की क़ियामगाह पहुंचे। अपनी एक घंटा तवील मीटिंग के दौरान उन्हों ने समझा जाता है कि रियासत के सयासी मंज़र, अपनी काबीना में पी आर पी लेजसलीटरस की शमूलीयत वग़ैरा पर तबादला-ए-ख़्याल किया।

यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर है कि फ़िल्म ऐक्टर से सियासत दां बनने वाले चिरंजीवी कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के इंज़िमाम के बाद रियास्ती काबीना में अपनी पार्टी के बाअज़ ऐम एल एज़ की शमूलीयत मैं गै़रज़रूरी ताख़ीर पर नाराज़ हैं, जबकि उन के लेजसलीटरस ने हालिया बजट सैशन के दौरान असम्बली में टी डी पी की जानिब से पेश करदा तहरीक अदमे इअतिमाद के मौक़ा पर किरण हुकूमत के ज़वाल को रोकने में अपना रोल भी अदा किया।

इस हक़ीक़त से इनकार नहीं कि चिरंजीवी को सदर प्रदेश कांग्रेस सत्य ना रायना की मुकम्मल ताईद-ओ-हिमायत हासिल है। इस के इलावा दोनों का ताल्लुक़ यकसाँ कम्यूनिटी से है। दरहक़ीक़त पी सी सी सरबराह ,कांग्रेस हाईकमान पर मुसलसल दबाव डालते आए हैं कि चिरंजीवी को मर्कज़ी वज़ारत में शामिल करते हुए और उन के दो या तीन ऐम एल एज़ को रियास्ती वोज़ारत में मौक़ा दे कर उन्हें नवाज़ा जाए।

चूँकि चिरंजीवी की मर्कज़ी वज़ारतमें शमूलीयत रियासत से दो साला चुनाव बराए राज्य सभा तक कम अज़ कम रुक गई है जबकि वो ऐवान-ए-बाला केलिए मुंतख़ब किए जा सकते हैं, पी आर पी लीजसलीटरस में बेचैनी बढ़ती जा रही है। इन की बे इतमीनानी को दूर करने की ख़ातिर चिरंजीवी को नौ तशकील शूदा रियास्ती राबिता कमेटी का रुकन बनाया गया है, ताहम सदर प्रदेश कांग्रेस का हाईकमान पर दबाव है कि चीफ़ मिनिस्टर को पी आर पी के बाअज़ लीजसलीटरस को रियास्ती काबीना में शामिल करने पर मजबूर किया जाए।

दरीं असना शराब के डीलरों और उन के सिंडिकेटस पर अचानक सिलसिला वार धावों ने सयासी बोहरान छेड़ दिया है जबकि ऐसे इल्ज़ामात सामने आए हैं कि ए सी बी धावों में शराब सिंडिकेट और बड़े सयासी क़ाइदीन के दरमयान गठजोड़ बेनकाब हुआ है। अप्पोज़ीशन ने सदर प्रदेश कांग्रेस को निशाना बनाते हुए उन्हें और उन की फ़ैमिली को शराब सिंडिकेटस में मुलव्वस होने कामौरिद इल्ज़ाम ठहराया है जिस के पेशे नज़र चीफ़ मिनिस्टर और सत्य ना रायना के दरमयान ख़लीज पैदा होगई है कि किरण कुमार ने सदर प्रदेश कांग्रेस का इमेज बिगाड़ने केलिए दानिस्ता तौर पर ए सी बी धावे का हुक्म दिया था।

इस पस-ए-मंज़र में चीफ़ मिनिस्टर के दौरा-ए-दिल्ली की सयासी एहमीयत है। ये भी समझा जाता है कि उन्हों ने ग़ुलाम नबी आज़ाद के साथ मुलाक़ात में अपने बाअज़ का बीनी रफ़क़ा के तर्ज़ अमल की शिकायत की जिन में सत्य ना रायना सदर प्रदेश कांग्रेस-ओ-वज़ीर ट्रांसपोर्ट और वज़ीरटेक्सटाइल्स डाक्टर पी शंकर राव शामिल हैं। चीफ़ मिनिस्टर का मंसूबा है कि सत्य ना रायना और शंकर राव जैसे बाअज़ वुज़रा को अपनी वज़ारत से हज़फ़ करते हुए चिरंजीवी के ऐम एल को शामिल किया जाए।

ताहम सदर पी सी सी ऐसा लगता है कि चीफ़ मिनिस्टर के प्लान को नाकाम बनाने की मंसूबा बंदी में सरगर्म हैं। इस दौरान किरण कुमार ने दोपहर में मिसिज़ सोनीया गांधी और वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी से पार्लीमैंट हाॶज़ में मुलाक़ात की और उन तमाम पहलोॶं पर बात की।