बिना आधार कार्ड किसी कैदी से मिलना नामुमकिन

हैदराबाद: जेल में विजिटर्स के तौर पर आने वाले लोगों पर सख्त नजर रखने के लिए तेलंगाना जेल महकमा ने अब मसाएल के हल की तलाश कर ली है। तेलंगाना जेल में बंद अपने लोगों से जो भी मुलाकात करने आएंगे उनके लिए आधार कार्ड साथ लाना जल्द ही लाज़मी कर दिया जाएगा।

आधार आईडी बायोमेट्रिक्स हैं और ये यूआईडीएआई से तस्दीक हैं। ऐसे में किसी भी विजिटर्स की पहचान बिल्कुल तस्दीक के तौर पर हो पाएगी। तेलंगाना जेल महकमा की इस पहल को यूआईडीएआई ने भी ताईद किया है।

तेलंगाना जेल के आईजी ए. नरसिम्हा ने द हिन्दू अखबार से कहा कि हमलोग विजिटर्स के आने की हाजिरी को यकीनी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘यहां दहशतगर्द और असामाजी अनासिर के जेल में कैदियों से मिल मुजरिमाना सरगर्मियों को अंजाम देने का डर हमेशा बना रहता है।

ये फर्जी आईडी भी पेश करते हैं। लेकिन जब हम आधार कार्ड लाज़मी करेंगे तो फर्जीवाड़े का शक बिल्कुल खत्म हो जाएगी। आधार कार्ड के जरिए हम विजिटर्स पर सख्ती से नजर रख पाएंगे और बाद में इनकी तलाश भी आसानी से की जा सकेगी। अगर विजिटर्स दूसरे रियासत के होंगे तो उनकी मुजरिमाना सरगर्मियों का पता लगाना भी आसान हो जाएगा।

नरसिम्हा ने कहा कि नया सिस्टम दो महीने के अंदर लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले यह नियम सेंट्रल जेलों में लागू होगा फिर जिलों की जेल में लागू किया जाएगा।