बिहार की जे डी (यू) हुकूमत चंद दिन के मेहमान: बी जे पी

बी जे पी ने आज अपने इस ख़्याल का इज़हार किया कि बिहार में नीतीश कुमार हुकूमत चंद दिन की मेहमान है और दावा किया कि जे डी (यू) के 50 से ज़्यादा अरकान असेंबली एस (बी जे पी) से राबिता में हैं और लोक सभा इंतिख़ाबात के लिए इसके उम्मीदवारों के लिए काम कररहे हैं।

इस दावा पर हुक्मराँ जे डी (यू) ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया है। बी जे पी के सीनियर लीडर सुशील कुमार मोदी ने इंतिख़ाबी मुहीम पर रवानगी से क़बल एय‌र पोर्ट पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि जे डी (यू) के 50 से ज़ाइद अरकान असेंबली हम से राबिता में हैं। उन्होंने खुले आम हमारी ताईद की है। लोक सभा इंतिख़ाबात में हमारे उम्मीदवारों के लिए काम कररहे हैं।

वो बिहार में मौजूदा सूरत-ए-हाल से ख़ुश नहीं हैं। इस दावा पर हुक्मराँ जे डी (यू) ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया और दीगर जमातों ने बेवक्त की रागिनी क़रार दिया। बिहार के वज़ीर और चीफ़ मिनिस्टर के बाएतिमाद क़रीबी रफ़ीक़ श्याम रजक ने जवाबी दावा किया कि सूरत-ए-हाल बिलकुल उल्टा है क्योंकि ख़ुद बी जे पी के कई अरकान असेंबली चीफ़ मिनिस्टर की इंतिख़ाबी रैलियों में देखे गए हैं जबकि जे डी (यू) का कोई रुक्न असेंबली बी जे पी के साथ देखा नहीं गया।

श्याम रजक ने कहा कि सुशील कुमार मोदी, आर एस एस मकतबे फ़िक्र की पैदावार हैं झूटे प्रोपगंडा की मास्टर डिग्री के हामिल हैं और (हिटलर के वज़ीर तशहीर-ओ-प्रोपगंडा) गोबलस‌ के फ़लसफ़ा पर यक़ीन रखते हैं।