बिहार के वजीरे आला जीतन राम मांझी ने मीडिया के सामने वजीरे आजम नरेंद्र मोदी के “स्वच्छता अभियान” को चैलेंज दे डाली। कहा- झाड़ू-फावड़ा से कुछ नहीं होगा, मोदी आदिवासियों के साथ जमीन पर बैठकर घोंघा-मछली खाकर दिखाएं, तब “स्वच्छता अभियान” माना जाएगा। मांझी ने यह भी कहा कि ठुकराते-ठुकराते वे बिहार के सीएम बने और अब पीएम भी बनेंगे।
10 पसेरी चावल देकर हुई थी मेरी शादी : मांझी
मांझी ने खुलासा किया कि नौ साल की उम्र में 1956 में उनकी शादी हुई थी। तब उन्होंने लड़की वालों को 10 पसेरी चावल दिए थे। मांझी ने फिर कहा कि आदिवासी मुल्क के असल बाशिंदे हैं। इनका तारीख नौ हजार साल पुराना है। लेकिन रियासत और मुल्क के बाहरी लोग इन्हें तवज्जो नहीं देते। बुध को बनारस के कबीर मठ में हाईटेक कबीर झोपड़ी का इफ़्तिताह तकरीब करने के बाद मांझी ने ये बातें कहीं।
इशमत रेज़ि मुतासिरा से शादी करे मुल्ज़िम : सीएम
वजीरे आला ने कहा कि कटिहार में नाबालिग लड़कियों से इशमत रेज़ि मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा-ये वारदात डरावनी हैं। मुल्ज़िम या तो मुतासिरा से मुसतबकिल में शादी का वादा करे, या सजा भुगतने को तैयार रहे। खबर है कि जिले में गुजिशता एक साल में 12 नाबालिगों से इशमतरेज़ि हुआ है।