बिहार में तूफ़ान के बाद पसरा मातम, 52 की मौत

शुमाली व मशरिकी बिहार के 12 जिलों में मंगल की रात आयी आंधी-तूफान में कम-से-कम 52 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 300 से ज़्यादा लोग जख्मी हो गये। हालांकि, आफत इंतेजामिया महकमा ने 42 लोगों के ही मरने की तसदीक़ की है।

नेपाल के इलाके से आये चक्रवाती तूफान की वजह से मधेपुरा, पूर्णिया, सुपौल, सहरसा, किशनगंज, कटिहार, मुंगेर, भागलपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा में जान-माल की भारी नुकसान हुई है। सबसे ज़्यादा पूर्णिया में तबाही हुई, जहां 33 लोगों की मौत हो गयी। हजारों घर तहस-नहस हो गये। गेहूं, मक्का, दलहन, आम व लीची की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कहीं-कहीं तो आधा किलो तक के ओले पड़े। रियासती हुकूमत ने तमाम मरने वालों के अहले खाना को चार-चार लाख रुपये के मुआवजे की एलान की है।

बुध को वजीरे आला पूर्णिया का हवाई सर्वे कर पटना लौटने के बाद देर रात तक जिलों से रिपोर्ट लेते रहे और अफसरों के साथ राहत पर गौर करते रहे। वह जुमेरात को भागलपुर का हवाई सर्वे करेंगे। शाम आठ बजे दिल्ली जायेंगे। दिल्ली में मदद को लेकर वजीरे आजम व दीगर मरकज़ी वज़ीरों से मुलाकात करने की भी इमकान है। उधर, वजीरे आजम नरेंद्र मोदी ने सीएम से बात कर मरकज़ की तरफ से हर मुमकिन मदद का यकीन दिया। वहीं, गवर्नर केसरीनाथ त्रिपाठी ,मुतासीरों को जल्द मदद पहुंचाने की हिदायत दिया है।

पूर्णिया से लौटने के बाद वजीरे आला ने तवानाई सेक्रेटरी को पूर्णिया जाकर हुये नुकसान बिजली लाइनों को ठीक कराने की हिदायत दिया है। उन्होंने कहा है कि पेड़ों के बिजली के कंडक्टर गिर जाने से पोल टूट गये हैं या टेढ़े हो गये हैं। तवानाई सेक्रेटरी प्रत्यय अमृत ने बताया कि 1454 बिजली पोल और 162 ट्रांसफॉर्मर चक्रवाती तूफान में नुक्सान हुए हैं।

सीएम ने हिदायत दिया कि जहां भी बिजली की लाइन में रुकावट हुई है या बिजली सप्लाय बंद है, वहां पर रिस्टोरेशन का काम तेजी से किया जाये। वजीरे आला ने प्रिन्सिपल सेक्रेटरी , सेहत महकमा को हिदायत दिया है कि यह यकीन दिहानी करें कि जख्मियों के इलाज में कोई दिक्कत न हो और उन्हें हर क़िस्म की डॉक्टरी सहूलत मिले। फसलों के 33 फीसद नुकसान पर किसानों को मुआवजा देने का उन्होंने हिदायत दिया।
वजीरे आला ने तमाम डीएम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मुतासीर के दरमियान मदद रकम तक़सीम की भी जानकारी देने को कहा।