बिहार में 4600 से ज़्यादा स्कूलों में दस लाख तलबा ज़ेर तालीम हैं जिन्हें रोज़ाना दोपहर का खाना फ़राहम किया जाता था लेकिन ये बच्चे आज मुसलसल दूसरे दिन दोपहर के खाने से महरूम रहे कियोंकी प्राइमरी स्कूल असातिज़ा ने आज अपने फ़राइज़ का बाईकॉट किया है। ख़बरों के बमूजब दोपहर का खाना 4600 स्कूलस में रियासत गैर सतह पर सरबराह नहीं किया जा सका।
बिहार में रियासत गैर सतह पर 70,000 स्कूलस में तलबा को दोपहर का खाना सरबराह किया जाता है। असातिज़ा के बाईकॉट की वजह से दस लाख बच्चे दोपहर के खाने से महरूम होगए। बिहार मिड डे मील स्कीम के डायरेक्टर आर लक्ष्मणन ने कहा कि महिकमा तालीमात के ज़राए के बमूजब मिड डे मील की सरबराही सारण , पूर्णिया , से विहार और अरार्या अज़ला के अलावा दीगर कई अज़ला के स्कूलस में दूसरे दिन भी नहीं होसकी।
धर्मा सती गंडा मान प्राइमरी स्कूल में 25 बच्चे ज़हरीला दोपहर का खाना खाने की वजह से गुज़िश्ता मंगल की दोपहर फ़ौत होगए थे। ये वाक़िया ज़िला सारंग में पेश आया था। सरकारी आदाद-ओ-शुमार के बमूजब रियासत के 20 फ़ीसद बच्चे असातिज़ा के बाईकॉट से मुतास्सिर हुए। बिहार प्राइमरी स्कूल टीचर एसोसीएशन जो एहतेजाज की क़ियादत कर रही है दावा किया कि दोपहर का खाना तकरीबन रियासत के 95 फ़ीसद स्कूलस में सरबराह नहीं किया जा सका जिस की वजह इन स्कूलस के टीचर्स का एहतेजाज है।
बिहार के तकरीबन 95 फ़ीसद स्कूलस में दोपहर का खाना स्कीम का आग़ाज़ किया गया है। एसोसीएशन के सदर बुरज नादिन शर्मा ने कहा कि चीफ मिनिस्टर नितीश कुमार ने असातिज़ा से अपील की है कि दोपहर के खाने की स्कीम कामयाबी से चलाने केलिए असातिज़ा तआवुन करें जिस के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से भी हिदायात जारी की गई हैं। नितीश कुमार एक प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कर रहे थे, उन्होंने कहा कि हुकूमत इस बात से इत्तिफ़ाक़ करती है कि असातिज़ा का बुनियादी काम तालीम देना है । पकवान की निगरानी करना नहीं लेकिन मुतबादिल इंतेज़ाम होने तक उनसे तआवुन की अपील करती है।