विसनगर की कोर्ट के फैसले के बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आज कहा कि किसानों, युवाओं और गरीबों के लिए लडऩे वाली उनकी आवाज को भाजपा की हिटलरशाही नहीं दबा पाएगी। दंगा फैलाने के एक मामले में दो वर्ष की जेल की सजा सुनाये जाने के तुरंत बाद हार्दिक ने यह बात कही।
सामाजिक न्याय और सामाजिक अधिकार के लिए लड़ना अगर गुनाह हैं तो हाँ मैं गुनहगार हूँ।सत्य और अधिकार की लड़ाई लड़ने वाला अगर बाग़ी है तो हाँ मैं बाग़ी हूँ।सलाखों के पीछे सत्य,किसान,युवा और ग़रीबों के लिए लड़ने वाली मेरी आवाज़ को भाजपा की हीटरलशाही सत्ता नहीं दबा सकती ।।
अदालत के फैसले के तुरंत बाद हार्दिक ने ट्वीट किया कि सामाजिक न्याय और सामाजिक अधिकार के लिए लडऩा अगर गुनाह हैं तो हां मैं गुनहगार हूं। सत्य और अधिकार की लड़ाई लडऩे वाला अगर बागी है तो हां मैं बागी हूं। सलाखों के पीछे सत्य, किसान, युवा और गरीबों के लिए लडऩे वाली मेरी आवाज को भाजपा की हिटलरशाही सत्ता नहीं दबा सकती।
पाटीदार नेता ने कहा कि वह अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने से भयभीत नहीं हैं क्योंकि वह पहले ही सर पर कफन बांध चुके हैं। सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में नामांकन में पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की अगुवाई कर रहे 25 वर्षीय हार्दिक पर राजद्रोह सहित कई आरोपों में मामले दर्ज हैं।
उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि मेरी फितरत में है जालिमों से मुकाबला करना और हक के लिए लडऩा। जितना दबाओगे उतना ही चुनौती बन के उभरूंगा।