भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू-कश्मीर में हुकूमत की तश्कील को लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ बातचीत आगे बढ़ाने का फैसला किया है, लेकिन पीडीपी अभी भी “मशरूत ताईद” की अपनी बात पर अड़ी हुई है। भाजपा के जम्मू कोर ग्रुप की पीर के रोज़ पार्टी सदर अमित शाह के रिहायशगाह पर हुई बैठक में रियासत में हुकूमत बनाने को लेकर जम्मू कश्मीर यूनिट के साथ तफ्सील के साथ बातचीत हुई।
पार्टी जनरल सेक्रेटरी राम माधव ने बैठक के बाद नामानिगारों से कहा कि पीडीपी की तरफ से की गई पहल को देखते हुए उसके साथ बातचीत को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई और ब्योरा नहीं दिया। उधर श्रीनगर में पीडीपी के तरजुमान नईम अख्तर ने कहा कि उनकी पार्टी मरकज़ के इक्तेदार पर काबिज भाजपा के साथ “शर्त के साथ ईत्तेहाद” को तैयार है। उनकी पार्टी ने भाजपा के सामने अपनी शर्तें रख दी हैं और अब यह भाजपा को तय करना है कि वह हुकूमत की तश्कील के लिए आगे आना चाहती है या नहीं।
उन्होंने कहा, पीडीपी की तरजीह रियासत में अमन और सरहद पर तनाव को खत्म करना है। हुकूमत की तश्कील का यह एक साझा बुनियाद होना चाहिए और इस पर किसी को कोई ऐतराज़ नहीं होना चाहिए। पार्टी चाहती है कि भाजपा के साथ उसका इत्तेहाद साबिक वज़ीर ए आज़म टल बिहारी वाजपेयी के मिशन को आगे बढ़ाए।
भाजपा को 25, नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें हासिल हुई। काबिल ए ज़िक्र है कि हुकूमत की तश्कील के लिए भाजपा और पीडीपी के बीच अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन दोनों पार्टियों के लीडर एक दूसरे के राबिते में हैं और जल्दी ही दोनों पार्टियों के बीच रस्मी तौर पर बातचीत शुरू हो सकती है।
इस बातचीत में दोनों पार्टियों के दोदो नुमाइंदो के शामिल होने के इम्कान है ताकि इत्तेहाद हुकूमत के एजेंडे को आखिरी शक्ल दिया जा सके। इस बीच कांग्रेस लीडर और जम्मू-कश्मीर के साबिक वज़ीर ए आला गुलाम नबी आजाद ने कहा कि रियासत में हुकूमत बनाने के लिए पीडीपी और भाजपा को फैसला लेना है क्योंकि उनके पास सबसे ज़्यादा सीटें हैं। उन्होंने कहा, हमने पीडीपी को ताईद दिया है और अब उन्हें आगे की राह तय करनी है।