कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई हिंसक घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर एक बार फिर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष कहा कि शासित प्रदेशों में दलित और अल्पसंख्यक वर्ग आज डर के साये में जी रहे हैं। इन पर होने वाले अत्याचारों की राज्य की संबंधित सरकारें अनदेखी कर रही हैं।
राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से हिंसा के पीड़ित इन लोगों के साथ संपर्क करने के अलावा उनकी मदद करने और ऐसी घटनाओं को सार्वजनिक मंचों पर उठाने के लिए भी कहा है। राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि राज्यों में भाजपा सरकारों की अकर्मण्यता ने दलितों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच भय का माहौल पैदा किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान व्यवस्था ने भय के माहौल और अराजकता को न केवल पनपने, बल्कि फलने फूलने भी दिया है। उन्होंने कहा कि खास समुदायों को निशाना बनाने के लिए उकसाने वाले भाजपा के अनेक मंत्रियों तथा नेताओं के घृणा फैलाने वाले भाषणों ने स्थानीय गुंडों को अराजक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्यों की भाजपा सरकारों की अकर्मण्यता, खासतौर पर उत्तर प्रदेश में, ने दलितों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच भय का माहौल पैदा किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अनुसूचित जाति विभाग को लिखे एक पत्र में राहुल ने कहा कि कांग्रेस के लिए जरूरी है कि वह हिंसा के पीड़ितों तक पहुंचे और सार्वजनिक तौर पर उन्हें सहयोग दे।
गत 27 जुलाई को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा कि राज्य एजेंसियों की मिलीभगत जो कि बड़े पैमाने पर उत्पीड़न को होने देती है, का भंडाफोड़ किया जाना चाहिए।
गांधी ने कहा कि पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग की ओर से यह उचित है कि वह दलितों के खिलाफ हाल ही में हुई हिंसा की घटनाओं को देखे जहां राज्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में नाकाम रहा।