नई दिल्ली: बॉलीवुड अदाकारा सोनाक्षी सिन्हा सोशल नेटवर्किंग साइट पर काफी सरगर्म हैं और वे हमेशा ही खबरों पर अपनी राय देती रहती हैं. ट्विटर पर आज सोनाक्षी ट्रेंड कर रही हैं जहां उनके मुखालिफीन ने उनको निशाने पर लिया है. आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
दरअसल सोनाक्षी सिन्हा ने ट्विटर पर यह सवाल उठाया था कि हिंदुस्तान में लाइल्मी या लापरवाही पर रोक क्यों नहीं है? दूसरे तरह के बैन को लेकर सोनाक्षी ने हिंदुस्तान को ‘बैन-इस्तान’ बताया है.
सोनाक्षी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ”जहालत या लापरवाही पर बैन क्यों नहीं है. असम के बाढ़ मुतास्सिरों का क्या हुआ? लोगों की तरजीहात तय की जाएं.”
दरअसल सोनाक्षी के इस ट्वीट को महाराष्ट्र में मांस की बिक्री पर रोक के ताल्लुक में देखा जा रहा है. हांलाकि उन्होंने सीधे इस पर कुछ नहीं कहा है.
एक दूसरे ट्वीट में सोनाक्षी ने लिखा है कि, ”यह एक आज़ाद मुल्क है! बैन-इस्तान में इस्तेकबाल है…मेरा मतलब हिंदुस्तान …स्टुपिड…”
यहां सोनाक्षी के मुखालिफीन उनका एक पुराना ट्वीट दिखाकर भी उनकी तन्कीद कर रहे हैं. उस ट्वीट में सोनाक्षी सिन्हा ने उस वक्त के हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन को ट्वीट करके लिखा था कि जानवरों की हिफाज़त कीजिए और जानवरों की खाल से बनी चीजों की फरोख्त पर पाबंदी लगाएं.
आपको बता दें कि मुंबई के शहर मीरा-भयंदर में जैन फिर्के के पर्यूषण त्योहार के दौरान बलदिया ने आठ दिनों के लिए गोश्त के फरोख्त पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. गुजश्ता साल यह पाबंदी चार दिनों के लिए थी लेकिन इस बार आठ दिनों के लिए है.
आपको बता दें कि मुंबई के उपनगर मीरा-भयंदर में जैन फिर्के के पर्यूषण पर्व के दौरान नगर निगम ने आठ दिनों के लिए मांस की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. पिछले साल यह प्रतिबंध चार दिनों के लिए था लेकिन इस बार आठ दिनों के लिए है.
इस पाबंदी के दौरान मुर्गे और बकरे समेत किसी भी तरह का गोश्त नहीं बिक सकेगा. पाबंदी की वजह से बीजेपी और शिवसेना में इख्तेलाफ पैदा हो गया है. शिवसेना का कहना है कि यह बीजेपी का आठ दिन गोश्त के फरोख्त न करने का यह फैसला गलत है.
आपको यह भी बता दें कि महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार ने बीफ़ पर पहले ही पूरी तरह से पाबंदी लगा रखी है