नई दिल्ली, ०८ नवंबर: ता उम्र पाबंदी हटाये जाने से राहत महसूस कर रहे साबिक कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने आज कहा कि अगर उन्हें पेशकश की जाती है तो वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड से जुड़ना चाहेंगे जिसने उन पर 12 साल पहले मैच फिक्सिंग के इल्ज़ामो के सबब रोक (प्रतिबंध/ पाबंदी) लगायी गयी थी।
आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने खिलाड़ी से सियासतदां बने अजहर पर लगा बीसीसीआई की ता उम्र पाबंदी आज खारिज कर दिया। अजहर को जब यह खबर मिली तो वह खुशी से झूम उठे और उनको यहां लोधी गार्डन्स में मौजूद उनके सरकारी आवास पर मुबारकबादी देने वालों की भीड़ लग गयी।
हिंदुस्तान के सबसे कामयाब कप्तानों में से एक अजहर ने मीडिया ‘भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि आखिरकार यह पाबंदी ( रोक/ प्रतिबंध) हट गयी। 12 साल का वक्त काफी लंबा होता है लेकिन मैंने सब्र किया और आखिर सच्चाई की जीत हुई। वास्तव में आज मेरे लिये बहुत बड़ा दिन है। ’’
अपने 17 साल के करियर में 99 टेस्ट और 334 एकदिवसीय मैच खेलने वाले अजहर ने कहा कि वह बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे और अगर मौका मिलता है तो वह मुल्क की आली क्रिकेट तंज़ीम से भी जुड़ना चाहेंगे।
अज़हर ने कहा, मैं किसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करूंगा। मैं इसके लिये किसी को मुजरिम नहीं मानता। बीसीसीआई आगे क्या कदम उठाती है यह उसका काम है। मैंने बचपन से ही क्रिकेट खेली है और 17 साल हिंदुस्तान की तरफ से खेला हूं। मैं इस खेल को वापस कुछ देना चाहता हूं। अगर मुझे बोर्ड से कोई पेशकश मिलती है तो मैं यकीनी तौर पर उससे जुड़कर क्रिकेट के तरक्की के लिए मैं अपना ताऊन या खिदमात देना चाहूंगा।