बी एस पी के ख़िलाफ़ शिकायात

लखनऊ, ०३ फरवरी (यू एन आई)उत्तर प्रदेश में इंतेख़ाबी मुहिम में शिद्दत के साथ साथ लोक आयुक़्त के दफ़्तर में हुक्मराँ बहुजन समाज पार्टी के क़ानून साज़ों और उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ शिकायात का भी अंबार लगता जा रहा है।यहां लोक आयुक़्त दफ़्तर को इस क़दर बड़े पैमाने पर शिकायात की छानबीन में दुश्वारियां पेश आने लगी हैं।

लोक आयुक़्त को ये भी देखना पड़ता है कि आया शिकायात जायज़ है या महिज़ इंतेख़ाबी रक़ाबत की वजह से दायर की जा रही हैं। ये इत्तिला ज़राए ने दी है।पिछले तीन दिनों के अंदर बी एस पी के अराकान‍ असेंबली के ख़िलाफ़ एक दर्जन से ज़्यादा शिकायात दर्ज कराई गई हैं। आमदनी से ज़्यादा असासा , सरकारी ज़मीन पर क़बज़ा और मेंबर असेंबली के इलाक़ाई तरक़्क़ी फ़ंड का बेजा इस्तेमाल जैसे इल्ज़ामात सब एक जैसे हैं।

लोक आयुक़्त ऑफ़िस के ज़राए के मुताबिक़ बी एस पी के क़ानून साज़ों बिशमोल नीरज कुशवाहा (जलालाबाद)सी पी मिश्रा (मतयारी), चंद्रवीर सिंह (सरधाना), राम प्रकाश कुशवाहा(घाटम पुर), दीनानाथ कुशवाहा (देवरिया), रियाज़ अहमद (पीलीभीत), उमाशंकर कुशवाहा (ग़ाज़ी पर), जितेन्द्र कुमार (चकिया), सुरेश तीवारी (रूद्र पर), काली चरण (जौहराबाद) और दीगर के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई।