ए आई टी यू सी की मई डे तक़रीब , डाक्टर के ना रावना-ओ-दीगर का ख़िताब
कम्युनिस्ट पार्टी आफ़ इंडिया के स्टेट सेक्रेटरी डाक्टर के ना रावना ने मई डे तक़रीब से ख़िताब करते हुए वर्किंग क्लास तबक़े के साथ होने वाली नाइंसाफ़ीयों की रोक थाम के लिए कांग्रेस और बी जे पी दोनों को इक़्तेदार से दूर रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। कम्युनिस्ट पार्टी आफ़ इंडिया की मुहाज़ी तंज़ीम ए आई टी यू सी के ज़ेर-ए-एहतेमाम मुनाक़िद मई डे की सालाना तक़रीब से ख़िताब करते हुए डाक्टर के ना रावना ने कहा कि बरसों क़बल शिकागो में मई को वर्किंग क्लास तबक़े के लिए आठ घंटे की मुलाज़िमत के लिए तारीख़ साज़ एहतेजाज शुरू किया गया था बावजूद इसके आज तक भी दुनिया भर में वर्किंग क्लास तबक़े के साथ इंसाफ़ की उम्मीदें नज़र नहीं आती।
मिस्टर के नारावना ने मज़ीद कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी आफ़ इंडिया ही एक वाहिद सियासी जमात है जिसकी बुनियादें वर्किंग क्लास तबक़े और आम शहरी के हुक़ूक़ की जद्द-ओ-जहद पर रखी गई हैं।साबिक़ रुकन पार्लीमान सय्यद अज़ीज़ पाशाह ने मई डे तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा कि पब्लिक स़्केटर इदारों को ख़ानगी शोबों में तबदील करने की विज़ारत भी एन डी ए दौर-ए-हकूमत में ही क़ायम की गई जो आज भी कारकरद है।
उन्होंने मज़ीद कहा कि बी जे पी के इक़्तेदार में आने से वर्किंग क्लास तबक़े पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने मुंबई और जमशेद पूर की मिसालें पेश करते हुए कहा कि मज़कूरा इलाक़ों में सी पी आई की महाज़ी तंज़ीम ए आई टी यू सी के एक ऐलान पर बड़े बड़े तिजारती इदारे बंद होजाते थे मगर मुलाज़िमीन के इत्तेहाद और ताक़त को तोड़ने के लिए इन इलाक़ों में शिव सेना को कांग्रेस और बी जे पी ने मदद फ़राहम की जिस के सबब मुलाज़िमीन के दरमियान फ़िर्क़ा मुनाफ़िरत में भी इज़ाफ़ा हुआ और मज़दूर पेशा तबक़े का इत्तेहाद बिखरने लगा।
चाडा वेंकट रेड्डी सदर ए आई टी यू सी मुहम्मद यूसुफ़ के अलावा दीगर ने भी इस तक़रीब से ख़िताब किया। तक़रीब के आग़ाज़ से क़ब्ल ए आई टी यू सी के दफ़्तर वाक़्य हिमायत नगर पर पार्टी पर्चमकुशाई अंजाम दी गई बादअज़ां हिमायत नगर ता राम कोट एक अज़ीमुश्शान रैली भी निकाली गई जिस में ए आई टी यू सी के सैंकड़ों कारकुनों ने हिस्सा लिया।