बी जे पी का वज़ीर-ए-आज़म से इस्तीफ़े की मांग‌ बरक़रार

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की तरफ से अपने इस्तीफ़े की मांग‌ को खरिज‌ करदिए जाने के बावजूद बी जे पी ने आज कहा कि वो बदस्तूर उनके इख़राज के लिए कोशां रहेगी क्योंकि हुकूमत ने आमिला, मुक़न्निना और अदलिया का एतिमाद खो दिया है।

बी जे पी ने हुकूमत पर पार्लियामेंट‌ की पुरसुकून कार्रवाई को यक़ीनी बनाने में उसकी मुबय्यना नाकामी पर भी हमला किया और कहा कि इसने सिर्फ़ तहरीक अलतवा चाही ताकि कोयला अस्क़ाम में दफ़्तर वज़ीर-ए-आज़म के मुबय्यना रोल के मसले मुबाहिस किए जा सके।

अप्पोज़ीशन पार्टी ने वज़ीर-ए-आज़म को भी निशाना बनाया कि वो वज़ीर-ए-क़ानून अश्वनी कुमार को बचाने की कोशिश में उनके इस्तीफ़े की मांग को मुस्तर्द कररहे हैं जिस का पस-ए-मंज़र कोयला अस्क़ाम के बारे में सी बी आई रिपोर्ट में उनकी मुबय्यना मुदाख़िलत है।

बी जे पी तर्जुमान सुधानशु त्रिवेदी ने आज यहां कहा, हमारे मौक़िफ़ वाज़िह है कि पहले वज़ीर-ए-आज़म मुस्ताफ़ी होजाएं और फिर हम कोई भी दीगर माम‌ले पर बात करेंगे। ये पूछने पर कि क्यों बी जे पी वज़ीर-ए-आज़म के इस्तीफ़े पर इसरार कर रही है, उन्होंने कहा, कई सवाल उठाए गए हैं कि क्यों बी जे पी वज़ीर-ए-आज़म के इस्तीफ़े का मुतालिबा कर रही है।

सिलसिला वार वाक़ियात देखें तो ये वाज़िह है कि ये हुकूमत तमाम तीनों शोबों मुक़न्निना, आमिला और अदलिया &का एतेमाद खो चुकी है। जो हुकूमत इस तरह भरोसे से महरूम होजाए और जब पी ऐम ओ का रोल रास्त तौर पर साबित होजाए तो हम वज़ीर-ए-आज़म के इस्तीफ़े की मांग‌ क्यों ना करें।