बिहार में अपने ही लीडरों से परेशान बी जे पी पर वज़ीर-ए-आला नीतीश कुमार ने ज़ोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बी जे पी को बात सुनने तक का सब्र नहीं. आज हमारी बात बुरी लग रही है. जब साथ थे तो अच्छी लगती थी. नीतीश ने कहा कि बी जे पी को औक़ात बता देंगे. फिर से वहीं जाऐंगे जहां वो (बी जे पी वाले) थे.
उन्होंने कहा कि गुज़िश्ता इलेक्शन में मेरे नाम पर वोट मांगने वाले आज मेरी बात तक सुनने को तैयार नहीं हैं. गौरतलब है कि नीतीश के इस बयान से पहले बी जे पी के रहनुमा शुत्र विघ्न सिन्हा ने उन्हें पी ऐम के लिए काबिल कैंडिडेट बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि इत्तिहाद टूटने के लिए नीतीश ज़िम्मेदार नहीं हैं. गौरतलब है कि बी जे पी का आली क़ियादत इसके लिए नीतीश को जिम़्मेदार ठहराता है.
मंगल को बिहार असेम्बली में बोधगया मंदिर (तरमीम) बिल -2013 पर बेहस के दौरान नीतीश कुमार ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि इस पार्टी के अंदर सुनने का सब्र ख़त्म हो गया है. इनका बुरा हाल होगा. दरअसल नीतीश को ग़ुस्सा इस लिए आया कि जब वो बोलने के लिए खड़े हुए, बी जे पी के रुक्न असेम्बली ऐवान से बाहर चले गए.
उन्होंने कहा कि बी जे पी उन्माद की सियासत की सिम्त में बढ़ना चाह रही है. मगर अब बहुत हो गया. अब अवाम उन के बहकावे में नहीं आने वाली है. उनको मुंहतोड़ जवाब देगी