बी जे पी ने महंगाई का ठीकरा यूपीए के सर फोड़ा

वज़ीर-ए-ख़ज़ाना अरूण जेटली ने पीर को राज्य सभा में बढ़ती हुई महंगाई और रेलवे की हालत-ए-ज़ार का ठीकरा साबिक़ यू पी ए हुकूमत पर फोड़ दिया और कहा कि पेट्रोल, डीज़ल की क़ीमतों और रेल किराए में इज़ाफे़ के लिए साबिक़ा यूपी ए हुकूमत ज़िम्मेदार है। उन के जवाब से ग़ैर मुतमइन कांग्रेस ने आज ऐवान से वाक आऊट किया. उन के साथ साथ सी पी एम, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भी राज्य सभा से वाक आऊट किया |

जेटली ने ऐवान में रेलवे की बदहाली के लिए साबिक़ यू पी ए हुकूमत को ज़िम्मेदार क़रार देते हुए कहा कि कांग्रेस की मर्कज़ी हुकूमत ने अपनी मुद्दत में सख़्त फ़ैसले नहीं लिए | उन्होंने कहा कि यू पी ए हुकूमत की पालिसीयों की वजह से रेलवे का ख़सारा हर साल बढ़ता रहा | यहां तक कि मुसाफ़िर किराया का नुक़्सान 13 हज़ार करोड़ रुपय तक पहुंच गया |

उन्होंने कहा कि यू पी ए हुकूमत ने रेलवे को ख़सारे में छोड़ा था इस लिए रेलवे को बचाने के लिए ऐसे सख़्त फ़ैसले लेने ज़रूरी थे | उन्होंने कहा कि रेलवे का किराया बढ़ाने का फ़ैसला फरवरी में लिया गया था, लेकिन यू पी ए हुकूमत ने उसे इंतेख़ाबात तक टाल दिया |

महंगाई पर बहस करते हुए जेटली ने कहा कि इस के लिए एन डी ए हुकूमत ज़िम्मेदार नहीं है उन्होंने कहा कि ये भी साबिक़ यू पी ए हुकूमत की नाकामियों का फल है | उन के दौर में स्टोरेज सलाहीयत को बढ़ाने के लिए कुछ ख़ास काम नहीं हुए | उन्होंने कहा कि हमारे हिस्से के काम का कल पता चलेगा।

बुलंद बाँग दावों के साथ और अवाम को सुनहरे ख़ाब दिखा कर इक्तेदार पर क़ब्ज़ा करने वाली बी जे पी ने हुकूमत की बाग डोर सँभालते ही ज़रूरी अशीया की क़ीमतों में इज़ाफ़ा करना शुरू कर दिया है, जिस के साथ ही अवाम के ज़हनों में सवालात उठने शुरू हो गए हैं कि अच्छे दिन आख़िर आ रहे हैं तो किस के ? अवाम के या बी जे पी के के ?