बी जे पी फ़िर्कापरस्ती के एजंडे पर बरसर-ए‍-इक़तेदार आने कोशां

सी पी आई एम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश कारत का कनवेनशन से ख़िताब

चीफ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी को विज़ारत-ए-उज़्मा का उम्मीदवार नामज़द करने पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए सी पी आई एम ने आज इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी मुल्क की फ़िर्क़ापरस्त ख़ुतूत पर सफ़ बंदी करने कोशां है और इसी के सहारे 2014 के पारलीमानी इंतेख़ाबात में कामयाबी हासिल करना चाहती है।

बाएं बाज़ू की पार्टियों के मुशतर्का कनवेनशन से ख़िताब करते हुए सी पी आई एम के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश कारत ने कहा कि बी जे पी फ़िर्कावाराना फ़सादाद का सहारा ले सकती और अयोध्या में राम मंदिर की तामीर जैसे मसाइल छेड़ सकती है ताकि पारलीमानी इंतेख़ाबात से पहले राय दहनदों को अपने हक़ में हमवार कर सके।

बी जे पी हमेशा मर्कज़ में बरसर-ए‍इक़तेदार आने के लिए फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी करती रही है। मोदी के विज़ारत-ए-उज़मा उम्मीदवार नामज़द किए जाने को उन्होंने पार्टी का मंसूबा बंद प्रोग्राम क़रार दिया ताकि फ़िर्क़ावारीयत का जुनून पैदा किया जा सके और इस के सहारे मर्कज़ में बरसर-ए‍इक़तेदार आया जा सके।

प्रकाश कारत ने मोदी को इंतिशार अंगेज़ शख्सियत क़रार देते हुए दावा किया कि आर एस एस ने मोदी के नाम को क़तईयत दे दी और बी जे पी के आला सतही क़ाइदीन जिन में सदर राजनाथ सिंह भी शामिल थे, उन्हें हिदायत दी गई कि जल्द अज़ जल्द मोदी को विज़ारत-ए-उज़्मा का उम्मीदवार क़रार दिया जाये।

बी जे पी और आर एस इस के दरमियान इस फैसले के सिलसिले में सरगर्म मुशावरत हुई और इन तमाम शकूक-ओ-शुबहात का अज़ाला किया गया जो बी जे पी में पैदा होगए थे।