चैनपुर इलाक़े के कंकारी गांव में दो नौजवान ने असलाह की ताक़त पर एक घर से मां-बेटी को उठाया। वालिदा किसी तरह भाग कर आबरू बचाने में कामयाब रही, जबकि बेटी से दोनों नौजवानों ने घर के पास ही खेत में इजतेमाई आबरूरेज़ि किया। वाकिया एतवार रात करीब 11 की है. सुबह जायेहादसा पर पहुंची पुलिस ने आपस में ही सुलह-समझौता करने की बात कही, गाँव वाले भड़क गये। गुस्साये लोगों ने पुलिस के खिलाफ रोड जाम कर दिया।
तब जाकर थाने में दोनों मुल्ज़िम कंकारी गांव के आफताब अंसारी और आफताब उर्फ इदु मियां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। रोड जाम में दोनों तबके के लोग शामिल थे। कंकारी गांव में घर का मुखिया थके होने की वजह से जल्द ही सो गया था। घर में बीवी और शादी शुदा बेटी रहती है। बेटी की शादी 10 साल पहले हुई थी, लेकिन गुजिशता पांच सालों से वह मायके में ही रह रही है।
उसकी पांच साल की बेटी भी है। रात तकरीबन 11 बजे गांव का ही आफताब अंसारी आया और दरवाजा खुलवाया। पहले पानी मांगा, फिर मोबाइल मांगने लगा। घर वाले ठीक से दरवाजा भी नहीं बंद कर सकी थी कि आफताब और इदु मियां ने असलाह की ताक़त पर पहले वालिदा को अपने कब्जे में ले लिया। शोरगुल सुन कर शादी शुदा बेटी भी घर से बाहर आ गयी। मुल्ज़िम आफताब ने उसे पकड़ लिया और खेत की तरफ ले गया। वहीं इदु ने वालिदा के साथ जबरदस्ती करने लगा, लेकिन वह किसी तरह उसके चंगुल से भाग निकली और खेत में छिप कर अपनी आबरू बचायी। करीब डेढ़ घंटे के बाद बेटी घर लौटी। बताया कि आफताब और इदु मियां ने उसके साथ इशमतरेज़ि किया है। धमकी दी कि किसी को कुछ बताया, तो अंजाम बुरा होगा। गांव के लोगों को इसकी जानकारी रात में ही मिल गयी थी। सुबह जब इदु मियां के अहले खाना से लोग शिकायत करने गये, तो कहा गया कि जो करना है कर लें।