पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी शुक्रवार को 18 महीने देश से बाहर दुबई में रहने के बाद अपनी पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की बरसी के मौके पर कराची वापस लौटे।
वापस आने पर ज़रदारी ने कहा की वह पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए संघर्ष करेंगे और साथ ही उन्होंने अपना सबसे प्रिय नारा भी दिया, लोकतन्त्र बेहतरीन बदला है।
ज़रदारी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा की पाकिस्तान का झंडा कश्मीरियों के लिए आज़ादी का प्रतीक है। कश्मीर एक दिन पाकिस्तान बन जायेगा।
ज़रदारी पिछले साल जून पेशावर में विवादस्पद भाषण देने के बाद पाकिस्तान छोड़ कर दुबई गए थे।
पाकिस्तान पीपल पार्टी के अनुसार ज़रदारी खुद पर 18 महीने का वनवास लागू कर के नहीं गए थे, बल्कि उनके स्वास्थ्य ठीक ना होने के कारण वे ईलाज के लिए दुबई गए थे।
जाते हुए ज़रदारी ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा था की मैं इस देश के सभी राजनेताओं को यह सन्देश देना चाहता हूँ की हम लोग कुछ समय के लिए भले ही देश छोड़ कर जाए लेकिन हम वापस आकर इसी मिटटी में दफन होना पसन्द करेंगे।