बिहार के सुपौल जिले की एक पंचायत ने बुध को ऐसा फैसला सुनाया, जिसके सामने तालिबानी फैसले भी छोटे पड़ते दिखते हैं। पंचायत ने एक विधवा को चचेरे ससुर से दिल लगाने की वजह से सबके सामने जिंदा जला दिया। पंचायत ने जलाने से पहले उससे एक इकरारनामे पर अंगूठा लगवाया, जिसमें लिखा था कि उसके साथ कोई भी वाकिया होने पर समाज के लोग जिम्मेदार नहीं होंगे।
विधवा का कसूर था कि शौहर की मौत के बाद उसने रिश्ते की मर्यादा तोड़कर हम उम्र चचेरे ससुर से दिल लगा लिया। इसकी सजा पंचायत ने उसे जिंदा जलाकर दी। वाकिया सुपौल के लालपुर गांव की है। जिंदा जलाने से पहले पंचायत ने एक इकरारनामे पर उससे अंगूठे का निशान भी लगवा लिया कि उसके साथ कोई ‘वाकिया’ होने पर वह खुद जिम्मेवार होगी। अंगूठा लगवाने के बाद सौ से ज्यादा लोगों के सामने विधवा को केरोसिन डालकर जला दिया गया।
मामले की शुरुआत सनीचर को तब हुई थी जब अनिता की सास ने उसे चचेरे ससुर घनशी शर्मा के साथ कबीले एतराज़ हालत में पकड़ा था। घनशी शादीशुदा है और उसकी तीन औलाद हैं। अनीता के भी तीन बेटे हैं। शौहर की मौत तीन साल पहले हो गई थी। पकड़े जाने के बाद पंचायत बैठी। दोनों शादी के लिए तैयार हो गए।
फैसला हुआ कि दोनों पर 11-11 हजार रुपए जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाए। लेकिन, फैसले का मुखालिफत होने लगा। बुध को दोबारा पंचायत बैठी और उसे जिंदा जला दिया। इस बाबत सुपौल के एसपी पंकज राज ने कहा- मुझे वाकिया की जानकारी नहीं है, थानेदार से पूछिए। वहीं थानेदार चंदन कुमार ने बताया है कि केस दर्ज कराने को कोई तैयार नहीं हुआ, तो इसे खुदकुशी मानकर यूडी केस दर्ज किया गया।
क्या लिखा है इकरारनामे में
मैं अनिता देवी शौहर मरहूम बुचाय शर्मा ग्राम लालपुर, पोस्ट लालपुर, थाना- पिपरा, जिला सुपौल अपने होशोहवास में यह इकरार करती हूं कि मेरे तरफ से आनेवाला वक़्त में किसी क़िस्म की वाकिया मेरे साथ होगा तो मैं इसका जिम्मेदार खुद होऊंगी। मेरे अहले खाना के दीगर मेंबरों या समाज का कोई आदमी जिम्मेदार नहीं होगा।