शुक्रवार को खबर आई थी कि पंजाब नेशनल बैंक के करीब 10 हजार ग्राहकों के क्रेडिट और डेबिट कॉर्ड डाटा की जानकारी लीक हो गई है। इसपर अब बैंक की तरफ से सफाई आई है, जिसमें उसने अपनी आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में किसी भी तरह के डेटा लीक से इनकार किया है।
बैंक ने कहा, ‘बैंक की इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्यॉरिटी काफी मजबूत है और बैंक ने सभी जरूरी तकनीकी कदम उठाकर कस्टमर के डेटा को सुरक्षित किया हुआ है।’
गुरुवार को कुछ रिपोर्ट्स में इन्फॉर्मेशन सिक्यॉरिटी फर्म क्लाउडसेक के हवाले से दावा किया गया था कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड यूजर्स का डेटा ऑनलाइन लीक हुआ है।
डार्क वेब का इस्तेमाल वर्ल्ड वाइड वेब (www) के उस पार्ट के लिए होता है जिसे केवल स्पेशल सॉफ्टवेयर के जरिए ही एक्सेस किया जा सकता है और इसमें यूजर्स की न तो पहचान जाहिर होती है न ही लोकेशन।
यह वह डोमेन है जो गैर-कानूनी ऑनलाइन कामों के लिए यूज होता है। डार्क वेब में बिक रहे डेटा में कार्डहोल्डर्स के नाम, एक्सपायरी डेट, फोन नंबर्स और सीवीवी शामिल है।