बैंगलौर नांदेड़ एक्सप्रेस के एक एरकंडीशनिंगड कोच में सुबह की अव्वलीन साअतों के दौरान अचानक मुहीब आग भड़क उठने के सबब बिशमोल दो बच्चे कम से कम 26 अफ़राद ज़िंदा झुलस कर फ़ौत होगए।
दुसरे 13 अफ़राद बुरी तरह ज़ख़मी होगए हैं। ये हादसा ट्रेन के ए सी 3 टएर कम्पार्टमेंट B – 1 में उस वक़्त पेश आया जब बैंगलौर नांदेड़ एक्सप्रेस आज सुबह की अव्वलीन साअतों के दौरान आंध्र प्रदेश के ज़िला अनंतपुर में सिरी सत्य साई प्रशांति ने लाइम रेलवे स्टेशन के करीब से गुज़र रही थी।
बयान किया जाता हैके इंजन से चौथे डिब्बा सी 3 टएर कोच B-1 में रात 3-45 बजे ये आग भड़क उठी थी जब अक्सर मुसाफिरिन महव ख़ाब थे।
रेलवे और पुलिस ओहदेदारों ने बताया कि इस कोच में जुमला 65 मुसाफिरिन सवार थे जिन में से कुछ् ने बेतउल-ख़ला केबिन की खिड़कियों के शीशे तोड़ते हुए बाहर छलांग लगादी और आग से बचने में कामयाब रहे।
आग लगने का पता चलने के फ़ौरी बाद ड्राईवर ने हाज़िरदिमाग़ी से काम लेते हुए इस बदनसीब बोगी में अचानक आग भड़क उठने का पता चला लिया। और कुत्ता चीरो स्टेशन के करीब ट्रेन को रोक दिया जहां इस डिब्बा को बाक़ीमांदा बोगियों से अलाहिदा करदिया गया।
जिस के नतीजे में आग को दुसरे बोगियों तक फैलने से रोक लिया गया। आग लगने के हादसे में ज़िंदा बच जाने वाले मुसाफ़रिन ने बताया कि वो झुलसने के एहसास के साथ नींद से जागे और आग आग चीखने लगे।
वो किसी को मदद के लिए भी पुकार रहे थे और वो दरवाज़े के सिम्त दौड़ कर खिड़कियां तोड़ते हुए बाहर कूदने में कामयाब रहे। हालाँकि 38 मसाफिरिन ख़ुशकिसमत रहे कि वो ट्रेन से उतरने में कामयाब रहे लेकिन इन में कुछ के रिश्तेदार इस आग में झुलस कर रह गए।