ग़ाज़ा सिटी, 09 दिसंबर: हमास के पोलिट ब्यूरो सरबराह ख़ालिद मशाल ने आज फ़लस्तीन की एक इंच ज़मीन भी इसराईल को देने और यहूदी मुल्क को तस्लीम करने से यकसर इनकार कर दिया और कहा कि तमाम फ़लस्तीनियों को यहूदीयों का सफ़ाया करने के लिये ख़ुसूसी तौर पर मुत्तहिद रहना चाहीए ।
इस्लाम पसंद ग्रुप हमास की 25 वीं सालगिरा के सिलसिला में ग़ाज़ा में मुनाक़िदा जलसा से ख़िताब करते हुए ख़ालिद मशाल ने कहा कि फ़लस्तीन हमारी सरज़मीन है । ये क़ौम बहर रोम से दरयाए अरदन तक फैली हुई है शुमाल से जुनूब तक हमारा ग़लबा है और हम अपनी सरज़मीन का एक इंच टुकड़ा या इसका कोई भी हिस्सा यहूदीयों को नहीं देंगे ।
यहूदीयों के ख़िलाफ़ मुज़ाहमत हमारे हुक़ूक़ को हासिल करने की दुरुस्त राह है । इसके साथ साथ हम अपनी सरज़मीन हासिल करने के लिये हर तरह की जद्द-ओ-जहद , सयासी , सिफ़ारती , क़ानूनी और मक़बूल अवाम अवामी तहरीक को इस्तेमाल करेंगे ।
मुज़ाहमत के बगैर ये तमाम कोशिशें फ़ुज़ूल होंगी । ख़ालिद मशाल का ये पहला तारीख़ी दौरा ग़ाज़ा है । लाखों सबज़ परचमों और हमास हामियों के सुरों के समुंद्र के दरमियान ख़ालिद मशाल ने अहद किया कि हम इसराईल के ग़ासिबाना कार्यवाईयों को जायज़ क़रार नहीं दे सकते ।
अपनी सख़्त और वलवला अंगेज़ तक़रीर में ये भी कहा कि वो इसराईल में फ़लस्तीनी कैदियों को आज़ाद कराएंगे । हमास के जंगजू इसराईल सिपाहियों का अग़वा करने की कोशिश करेंगे । इसराईल ने गुज़शता साल 1027 फ़लस्तीनी कैदियों को रिहा किया था इसने अपने सिपाही गिल्ड सचलट की रिहाई के इव्ज़ फ़लस्तीनियों को जेलों से आज़ाद कर दिया था इस तनाज़ुर में ख़ालिद मशाल ने कहा कि तमाम फ़लस्तीनियों की रिहाई के लिये यहूदी सिपाहियों का अग़वा कर लिया जाएगा ।
56 साला मशाल ने पुरजोश हामियों के हुजूम से ख़िताब में ये भी कहा कि हम बहुत जल्द बैतुल मुक़द्दस पर फ़तह हासिल करेंगे । आज ग़ाज़ा को हमने आज़ाद कर लिया कल रमला आज़ाद होगा और इसके बाद बैतुल-मुक़द्दस को यहूदीयों से आज़ाद करा लेंगे । हसफ़ा और जेफ़ा भी हमारी जद्द-ओ-जहद का हिस्सा है ।
ख़ालिद मशाल का कल यहां शानदार ख़ैर मुक़द्दम किया गया । 1.7 मिलियन फ़लस्तीनियों के इस इलाक़ा का वो दौरा कर रहे हैं ।