सराएव, 30 मार्च: (ए एफ़ पी) साबिक़ बोसनियाई सरब नियम फ़ौजी जनरल वैसलीन वलाबोविच को जो गरबावीचा का आदमख़ोर के नाम से भी बदनाम है, आज मुख़्तलिफ़ जंगी जराइम के इल्ज़ामात साबित हो जाने के बाद 45 साल के लिए सलाखों के पीछे चला गया।
1992-95 की बोसनियाई जंग के दौरान इस पर सराएव में आम शहरीयों पर दहशत मुसल्लत कर देने के इलावा क़त्ल, ग़ारतगरी, नस्ल कुशी और इस्मतरेज़ि के कई इल्ज़ामात आइद थे जो मुक़द्दमा की समाअत के दौरान दुरुस्त साबित हो गए। अवाम से खचाखच भरे सराएव के कमरा-ए-अदालत में जज ज़ोरान बोज़्च ने अपना फ़ैसला सादर करते हुए कहा कि ग़ैर सरब आबादी के ख़िलाफ़ मुनज़्ज़म जबर-ओ-इस्तिबदाद के दौरान इसने अपने ज़ुल्म-ओ-ज़बरदस्ती के शिकार बेक़सूर अफ़राद को ग़ैरमामूली अज़ीयत पहूँचाया था, इसने कई मर्द-ओ-ख़वातीन और बच्चों का क़त्ल-एआम किया, उन की ईज़ा रसानी की और इस्मतरेज़ि का इर्तिकाब किया गया। नीज़ कई मर्द-ओ-ख़वातीन को हबस-ए-बेजा में रखा गया। वलाबोवच के ख़िलाफ़ ये सज़ा बोसनिया की किसी अदालत की जानिब से जंगी जराइम के किसी मुजरिम को दी जाने वाली सब से ज़्यादा सज़ा समझी जा रही है।