बीजिंग 26 दिसमबर (एजैंसीज़) पाकिस्तान का दौरा करने वाले आला सतही चीनी सिफ़ारतकार दाई बनगो ने आलमी ताक़तों से अपील की कि पाकिस्तान की ताईद-ओ-हिमायत करें।इस ने पाकिस्तान को चीन में बिज़नस के लिए नई तरग़ीबात की पेशकश भी की। उन्होंने बैन-उल-अक़वामी बिरादरी से अपील की कि पाकिस्तान को अलग थलग ना किया जाय जिस का अफ़्ग़ानिस्तान में काबिले लिहाज़ असर-ओ-रसूख़ है।
जो लोग अफ़्ग़ानिस्तान के बोहरान की यकसूई के ख़ाहां हैं। उन्हें ये बात भी पेशे नज़र रखनी चाहिए। क़ब्लअज़ीं दाईबनगो ने सदर-ए-पाकिस्तान ज़रदारी पर वज़ीर-ए-आज़म गिलानी से मुलाक़ात की और पाकिस्तानी कंपनीयों को पाँच साला टैक्स माफ़ करने की पेशकश की अगर वो झिनजियांग में जो पाकिस्तान की सरहद से मुत्तसिल है, बिज़नस करें, टैक्स की माफ़ी से चीन और पाकिस्तान को मरबूत करनेवाली रेलवे लाईन बिछाने के चीनी मंसबूबों को तक़वियत मिल सकती है।
पाकिस्तान ने हाल ही में ऐलान किया है कि चीन की सब से बड़ी बैंक इंडस्ट्रीयल ऐंड कमर्शियल बैंक आफ़ पाटना एक कनसोरशीम की असल फ़ीनानसर होगी जो 12 अरब डालर मालियती ईरान। पाकिस्तान गैस पाइप लाईन मेंसरमाया कारी करेगा। चीन ने पाकिस्तानी बंदरगाह गवादर की तामीर के लिए 20 करोड़ डालर सरमाया कारी की है। अमरीका और पाकिस्तान के ताल्लुक़ात में कशीदगी पाकिस्तान के मौजूदा बोहरान की सब से अहम वजह है।
दोनों ममालिक के ताल्लुक़ात में कशीदगी का आग़ाज़ उसी वक़्त से होगया था जबकि अमरीकी नज़म-ओ-नसक़ ने एशीया में चीन को सुपर पावर बनने से रोक केलिए इस के मुक़ाबिल हिंदूस्तान को एहमीयत देना शुरू किया था जो हिंदूस्तान के अज़ली हरीफ़ पाकिस्तान के लिए नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त था। बाद अज़ां पाकिस्तान ने ईरान । पाकिस्तान। हिंदूस्तान गैस पाइपलाइन के सिलसिले में अमरीकी ख़ाहिश मुस्तर्द करदी और हिंदूस्तान ने उसे मान लिया था।
हालिया बोहरान पाकिस्तान की ख़ुदमुख़तारी और सालमीयत की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए ऐबट आबाद में अमरीकी धावे और इस में उसामा बिन लादन की हलाकत का नतीजा है।