ब्राज़ील में सदर जीलमा रोसेफ की इत्तिहादी हुकूमत में शामिल सबसे बड़ी जमात पी एम डी पी ने हुकूमत से फ़ौरी अलाहिदगी के हक़ में वोट दिया है। नामा निगारों का कहना है कि इस के बाद सदर रोसेफ के ख़िलाफ़ मुवाख़िज़े की कार्रवाई जल्द हो सकती है।
हिज़्बे मुख़ालिफ़ के क़ानूनसाज़ चाहते हैं कि सदर जीलमा रोसेफ को उनके ओहदे से हटा दिया जाए क्योंकि उन्होंने बढ़ते हुए ख़सारे को छिपाने के लिए हिसाब किताब में हेर-फेर की।
मंगल को की जाने वाली राय शुमारी में की वजह से सदर रोसेफ ने वाशिंगटन का दौरा मंसूख़ कर दिया जहां वो एक इजलास में शिरकत करने वाली थीं।
ब्राज़ील की डैमोक्रेटिक मूवमैंट पार्टी के लीडरों ने मंगल को एक इजलास में फ़ैसला किया कि सदर रोसेफ की काबीना में उस के बाक़ी रह जाने वाले छः वुज़रा भी इस्तीफ़ा दे दें वर्ना उनके ख़िलाफ़ भी ज़ाबता-ए-एख़लाक़ (आचार संहिता) के तहत कार्रवाई की जाएगी।