ब्रिक्स ममालिक तरक़्क़ीयाती बैंक के बारे में पुरजोश

हिंदूस्तान और उभरती हुई मईशतों के ग्रुप ब्रिक्स के दीगर रुकन मालिक अपनी एक टास्क फ़ोर्स क़ायम करने से इत्तिफ़ाक़ करचुके हैं ताकि तरक़्क़ीयाती बैंक की सिफ़ारिशात पर अमल आवरी की जा सके। और अपनी तरफ़ से तजावीज़ पेश की जा सकें। ये इक़दाम अच्छी चौकसी का तक़ाज़ा करता है और इस तजवीज़ पर आलमी बैंक और बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड की जानिब से अच्छा रद्द-ए-अमल हासिल करचुका है।ये हक़ीक़त है कि ये टास्क फ़ोर्स ब्रिक्स ज़ेर क़ियादत तरक़्क़ीयाती बैंक के लिए तज्वीज़ की गई है और इस से तमाम रुकन ममालिक में इत्तिफ़ाक़ कर लिया है।

मआशी मुशीर आला ने वज़ारत फेनान्स से इस सिलसिले में मंज़ूरी भी हासिल करली है। ब्रिक्स ग्रुप के पालिसी साज़ और माहिरीन मआशियात इस में शामिल होंगे। एसी टास्क फ़ोर्स जो माहिरीन मआशियात पर मुश्तमिल होगी जल्द ही इस के ख़द-ओ-ख़ाल का ताय्युन करदिया जाएगा।

हिंदूस्तान के मआशी मुशीर आला कोशिक बासू ने ब्रिक्स वुज़रा ए फेनान्स के फ़ैसले का जो उन्हों ने सालाना इजलास में किए थे हवाला देते हुए कहा कि क़ब्लअज़ीं ब्रिक्स के इज्लास में जो फ़ैसले हुए थे ताज़ा तरीन इज्लास के फ़ैसलों से मुख़्तलिफ़ थे। मौजूदा फ़ैसलों से ज़ाहिर होता है कि तमाम पाँच रुकन ममालिक तरक़्क़ीयाती बैंक की एहमीयत के बारे में काफ़ी पुरजोश हैं और आलमी बैंक और बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड में भी हाल ही में अच्छी हरकयात का सबूत दिया है।

उन्हों ने कहा कि वो बैंक के कई क़ाइदीन और बैन-उल-अक़वामी मालीयाती फ़ंड की क़ियादत से भी इस सिलसिले में तबादला-ए-ख़्याल करचुके हैं।