लोग अभी नोटबंदी से ही जूझ रहे थे कि सरकार ने एक और बड़ा फैसला ले लिया। नोटबंदी के बाद अब आटाबंदी होने जा रही है। सरकार ने इस बारे में दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। राशन डिपो में आटाबंदी की घोषणा एपीएल राशनकार्ड धारकों पर लागू होने जा रही है। अकेले हिमाचल के करीब 12 लाख एपीएल परिवारों को अब महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। इन्हें अब अगले साल मार्च तक राशनकार्ड पर सस्ता आटा नहीं दिया जाएगा। राशन डिपो में आटाबंदी की घोषणा से एपीएल राशनकार्ड धारकों में रोष है।
डिपो में जहां एक कार्ड पर लोगों को एक सौ ग्यारह रुपये में तेरह किलो आटा मिलता है। वही आटा अब बाजार में चार सौ सोलह रुपये में मिलेगा। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए यह जले पर नमक छिड़कने वाला फैसला हो गया है। आटा बंदी का सरकार का फैसला शिमला के हजारों एपीएल परिवारों पर भारी पड़ गया है। शिमला शहर की जनता का कहना है कि केंद्र सरकार की नोटबंदी के 28वें दिन आटाबंदी क घोषणा से लोग सकते में हैं। जिले में करीब 1,35,625 एपीएल राशनकार्ड धारक हैं। उपभोक्ताओं की संख्या 5,12,000 के करीब है। जबकि शिमला शहर में एपीएल के 30,018 राशनकार्ड हैं।
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले की निदेशक एम सुधा देवी का कहना है कि भारत सरकार की ओर से मिले आदेश में मार्च माह तक आटा नहीं देने को कहा गया था। 80 से 90 फीसदी आटा पहले मंगवा दिया था। दिसंबर माह में लोगों को आटा बांट दिया जाएगा।