भाई मोह के कारण ही लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था ये पुत्र मोह नहीं था : तेजस्वी

पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर पुत्रमोह में सरकार गंवाने के आरोपों की सफाई राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने दी. गुरुवार को उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमों को पुत्रमोह नहीं भाई मोह अधिक था.
भाई मोह के कारण ही लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री और उनको (तेजस्वी) उपमुख्यमंत्री बनाया था.  चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी परिवारवाद के खिलाफ आरोप लगाया था. उनके विधानसभा क्षेत्र में भी गये थे. पर जनादेश क्या मिला. उन्होंने कहा नीतीश कुमार को आज पहले मुख्यमंत्री का शपथ नहीं लेना चाहिए. अगर वह ईमानदार हैं तो चुनाव कराएं.   अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में राजद नेता तेजस्वी ने बताया  कि जब उनके ऊपर सीबीआइ का छापा पड़ा और बेनामी संपत्ति का आरोप लगा तो नीतीश कुमार से ही पूछा गया कि आप ही ड्राफ्ट कर दें कि हमें क्या करना है.
उसके अनुसार हम काम करते. हमको उनपर (नीतीश कुमार) पर पूरा भरोसा था. पर वह 28 साल के नौजवान को मोहरा बनाकर अपनी छवि बनाने का काम कर रहे हैं. जिस संपत्ति की बात की जा रही है उसके संबंध में  जहां जवाब देना था उसको दे दिया गया था. जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन किया तो उस समय तक लालू प्रसाद कनविक्टेड हो चुके थे. पर नीतीश कुमार पर तो हत्या का मुकदमा है. यह अवसरवादी गठबंधन लालू प्रसाद की ओर से नहीं किया गया था. अगर राजद की ओर से अवसरवादी गठबंधन किया जाता तो विधानसभा अध्यक्ष की कुरसी राजद के पास होती न कि जदयू के पास. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इस्तीफा दिया और मन साफ होता तो महागठबंधन की बैठक बुलाकर नेता का चुनाव किया जाता. पर सबकुछ बीजेपी के प्लान से हुआ है. अब बीजेपी 10-15 केस और कर सकती है.
 यह भी हो सकता है कि लालू प्रसाद के  ग्रांड चिल्ड्रेन के ऊपर भी मुकदमा किया जाये. मेरा परिवार हर तरह की कार्रवाइयों का जवाब देने के लिए तैयार है. बावजूद इसके राजद निगेटिव राजनीति के खिलाफ है. जो भी होगा उसका मुकाबला किया जायेगा. निगेटिव छवि बनाने की कोशिश की जा रही है. जिन लोगों ने गांधीजी का चरित्र हनन किया वह क्या लालू प्रसाद के परिवार को छोड़ेंगे. राज्य में 65 प्रतिशत युवा हैं. इन युवाओं को रोजगार के सवाल पर नीतीश कुमार क्या जवाब देंगे.
राबड़ी देवी में दिखा गुस्सा व आक्रोश
महागठबंधन सरकार का सत्ता से चले जाने के बाद इसका गुस्सा व आक्रोश राबड़ी देवी में दिख रहा था. गुरुवार को उनका यह गुस्सा रह रह कर बाहर निकल रहा था. अपने परिवार पर लगे आरोपों और नीतीश कुमार के साथ जाने को लेकर पूछे गये सवालों पर वह अपने आप को रोक नहीं पा रही थीं. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार से हाथ नहीं मिलाया था. खुद नीतीश कुमार आकर हाथ मिलाये थे. अपने परिवार पर लगे आरोप का जवाब देते हुए राबड़ी देवी ने सवाल किया कि आरोप किसने लगाया है. आरोप भारत सरकार और केंद्रीय एजेंसी ने लगाया है. यह राजनीतिक आरोप है.