एसेम्बली इंतिखाबात में पूरी अकसरियत की हुकूमत बनाने को लेकर भाजपा जुट गयी है। पार्टी का अवामी रुझान बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। एसेम्बली इंतिखाबात से पहले रियासत की सियासत में उथल-पुथल मच सकता है। लोकसभा इंतिख़ाब में भाजपा की जीत के बाद सियासी फोर्मूला तेजी से बदल रहे हैं।
दूसरे पार्टियों के एमएलए, साबिक़ एमएलए समेत कई लीडर भाजपा में जाने का मन बना चुके हैं। वहीं दूसरे पार्टियों के मजबूत दावेदारों पर भाजपा की भी नजर है। कांग्रेस, जदयू, झाविमो, राजद समेत कई पार्टियों के लीडर भाजपा में ठौर तलाश रहे हैं। लोकसभा इंतिख़ाब में भाजपा छोड़ कर दूसरे पार्टियों को मिली करारी शिकस्त के बाद खलबली मची है।
स्क्रीनिंग कमेटी को जवाबदेही
ज़राये के मुताबिक, भाजपा ने दूसरे पार्टियों के लीडरान को शामिल कराने को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी बनायी है। इसमें रियासती सदर डॉ रवींद्र राय, साबिक़ वजीरे आला अर्जुन मुंडा, साबिक़ नायब वजीरे आला रघुवर दास और सीनियर लीडर सरयू राय को शामिल किया गया है। कमेटी के मेम्बर दूसरे पार्टियों के लीडरों से बातचीत कर इन्हें पार्टी की रुकनीयत तसलीम कराने को लेकर काम कर रहे हैं।