नई दिल्ली : राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की तर्ज पर कहा कि उन्होंने भी अयोध्या में विवादित ढांचा तोड़ा था और इसके लिए उन्हें गर्व है। भाजपा नेता आहूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप और भगवान विष्णु का अवतार भी बताया। आहूजा ने कहा, मोदी जी जो एक दिव्य शक्ति हैं जो भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप और भगवान विष्णु के अवतार हैं। उनके प्रति मेरी श्रद्धा है। उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने जो देशभक्ति जगाई, पाकिस्तान में घुस कर एयर स्ट्राइक किया। इससे ही देशभक्ति की भावना प्रबल हुई और यह चुनाव उसी का प्रतीक और कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम है। राजस्थान में भाजपा की बंपर जीत पर आहूजा ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले ही राजस्थान की सभी 25 सीटें जीतने की बात कही थी।
आप को बता दें कि इससे पहले भी कई ज्ञानी उन्हें विष्णु के अवतार कह चुके हैं तर्क देते हुए कि प्राचीन समय में राजा को ईश्वर का भेजा हुआ दूत या ईश्वर का अवतार माना जाता था. अपने देश के राजा को प्रजा भगवान का साकार रूप मानती थी और उसकी हर आज्ञा का पालन करना अपना सबसे बड़ा धर्म समझती थी. राजा महाराजाओं के राजशाही भरे युग तो अब बीत गए, परन्तु आजके लोकतान्त्रिक युग में भी जनता के कल्याण में दिनरात जुटे प्रधानमंत्री रूपी राजा को भगवान का साकार रूप या अवतार माननेवालों की कमी नहीं है, बल्कि उनकी संख्या बहुतायत में है. हमारे देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को भगवान का अवतार मानने वालों की संख्या करोड़ों में है.
नरेंद्र मोदी को आम जनता ही नहीं, बल्कि कुछ प्रसिद्द लोग भी विष्णु का अवतार मानते हैं. राज्यसभा सदस्य और देश के जानेमाने अधिवक्ता राम जेठमलानी ने कुछ महीनों पहले टीवी पत्रकार राजदीप सरदेसाई को दिए गए एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विष्णु का अवतार बताया था. राम जेठमलानी ने नरेंद्र मोदी के बारे में कहा था, “मोदी विष्णु के अवतार हैं. भ्रष्टाचार और विदेश नीति पर मोदी का कामकाज बेहतरीन है. वह ईमानदार हैं और खूब मेहनत करते हैं.”
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के चेयरमैन लोकेश चंद्र ने गतवर्ष में नरेंद्र मोदी के बारे में कहा था, “नरेंद्र मोदी भगवान के अवतार हैं. वह महात्मा गांधी से भी बड़े हैं. गरीबों पर उनका असर कार्ल मार्क्स से भी ज्यादा है.” पद्म भूषण से सम्मानित लोकेश चंद्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विश्वासपात्र और उनके बेहद करीबी रहे तथा वो कई वर्षों तक सोवियत यूनियन के नेताओं से भी जुड़े रहे.