नई दिल्ली : लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने सरकार से पूछा कि क्या अन्य कई देशों की तरह भारत में क्रिकेट में सट्टेबाजी को वैध करने का कोई विचार है। बोर्ड अध्यक्ष ने यह भी पूछा कि क्रिकेट में सट्टेबाजी (बेटिंग) एक बड़ा विषय है। कई देशों में सट्टेबाजी से आये पैसे को सरकार विकास में लगाती है। क्या भारत में इसे वैध बनाये जाने का कोई विचार है। उन्होंने कहा, ‘सट्टेबाजी जिसके लिए केवल दस दिन की कैद होती है, क्या खेल मंत्रालय इसे वैध बनाने के लिए कोई कदम उठा रहा है? जिस तरह से कई देशों में सट्टेबाजी के माध्यम से हजारों करोड़ों रुपए इकट्ठे होते हैं और सरकार के पास आने के बाद उन्हें विकास में लगाया जाता है, क्या भारत में ऐसा होने वाला है?’
खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि सट्टेबाजी खेलों में ही नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में होती है और अगर उस पर रोक लगाई जाती है तो खेलों में सट्टेबाजी भी रुक जाएगी। खेलों से संबंधित एक प्रश्न के दौरान पूरक प्रश्न पूछते हुए ठाकुर ने कहा कि क्या सरकार क्रिकेट में मैच-फिक्सिंग को रोकने के लिए कोई कड़ा कानून लाने के लिए तैयार है? ठाकुर ने यह भी कहा कि देश में क्रिकेट ही ऐसा खेल है जिसने देश या प्रदेश सरकार पर कभी बोझ नहीं डाला। क्रिकेट संघों ने अपने आप सारे स्टेडियम बनाये हैं और भारत ने कई बार विश्वकप जीता है।
जवाब में खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि क्रिकेट संघों के पास बहुत निधि है तो पूरे देश में बड़े बड़े स्टेडियमों की जगह छोटे-छोटे स्टेडियम क्रिकेट खेलने के लिए बनाये जाएं जिससे खेलों को फायदा होगा और सरकार भी उनका इस्तेमाल किसी और खेल के लिए कर सकेगी। गोयल ने मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी के संबंध में ठाकुर के प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘जहां तक मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी की बात है तो यह केवल खेलों में ही नहीं बल्कि बहुत सारे क्षेत्रों में भी है। हम इस पर विचार करेंगे। लेकिन इस बारे में भी सरकार को देखना चाहिए कि अगर हर तरह की बेटिंग, गैंबलिंग पर जब वह रोक लगाएगी तो मैं समझता हूं कि उसमें खेल भी आ जाएंगे।’