पुने: पुणे वनडे में भारत ने इंग्लैं्ड को तीन विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. भारतीय टीम के कप्ताटन विराट कोहली (122) और केदार जाधव (120) के शतकों की मदद से 351 रन के लक्ष्यी को 7 विकेट खोकर 11 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया. वनडे क्रिकेट में भारत का यह दूसरा सबसे बड़ा रन चेज है.
भारत ने साल 2013 में ऑस्ट्रेेलिया के खिलाफ रनों का लक्ष्यह का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी. उस समय भारत ने एक विकेट खोकर 362 रन बनाए थे और 359 के लक्ष्या को हासिल किया था. उस समय रोहित शर्मा और विराट कोहली ने शतक लगाए थे. 2013 में ही भारत ने ऑस्ट्रेटलिया के खिलाफ ही 350 रन का लक्ष्यस भी हासिल किया था.
इससे पूर्व इंग्लैंंड ने टॉस हारकर पहले बल्लेटबाजी करते हुए जो रूट (78), जैसन रॉय (73) और बेन स्टो्क्सै(62) की पारियों के मदद से सात विकेट पर 350 रन बनाए थे. भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से बैरंग नजर आए. इसकी बदौलत इंग्लिश बल्ले बाजों ने आखिरी 10 ओवर में 115 रन बटोरे.
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने भारत की लचर गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाकर पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां अपनी टीम का स्कोर सात विकेट पर 350 रन तक पहुंचाया. यह भारत के खिलाफ इंग्लैंड का सर्वाधिक वनडे स्कोिर है. इससे पहले सर्वोच्च स्कोर का सवाल है तो इससे पहले वह आठ विकेट पर 338 रन था जो उसने विश्व कप 2011 में बेंगलुरू में बनाया था.
बता दें कि रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही. 24 रन के कुल योग उसकी सलामी जोड़ी वापस लौट गई. सलामी बल्लेहबाज शिखर धवन एक और केएल राहुल 8 रन बनाकर आउट हो गए. दोनों को डेविड विली ने आउट किया. तीन साल बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह अच्छे रंग में दिखे लेकिन 15 रन बनाने के बाद वे बेन स्टोकक्सय की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए.