जिला मंसूबा शाख से गैर कानूनी इंखिला के मामले की तहक़ीक़ात के लिए डीडीसी सीमा त्रिपाठी की कियादत में तशकील टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। इसमें 66 चेक गायब होने की बात कही गयी है।
डीडीसी ने बताया कि 66 में से 63 चेकों से इंखिला नहीं होने का सबूत मिला है। तीन चेकों से 5.56 करोड़ रुपये की इंखिला हुई, जबकि चौथे से हुई इंखिला का वॉल्यूम पता नहीं लग रहा। उन्होंने कहा कि चूंकि प्राइमरी सतह पर नाजिर ही चेक का कस्टोडियन होता है, इसलिए चेक गायब होने के मामले में उसे मुजरिम पाया गया है। रिपोर्ट की बुनियाद पर डीएम आगे की कार्रवाई करेंगे।
एसएमएस अलर्ट से नहीं जुड़ा था मंसूबा अकाउंट
गैर कानूनी इंखिला मामले में सीनियर अफसरों की लापरवाही सामने आयी है। ज़ाती अकाउंट से लेकर सरकारी बैंक अकाउंट में रकम की जमा या इंखिला होने पर एसएमएस अलर्ट का कानून है। मगर 5.56 करोड़ रुपये की गैर कानूनी इंखिला में अफसर को एसएमएस आया या नहीं, इसको लेकर शक की हालत है।