हैदराबाद 06 सितम्बर: मक्का मुकर्रमा में तेज़ गर्मी के बाइस तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज्ज की तबीयत ख़राब होने के वाक़ियात पेश आए हैं, इंडियन हज मिशन और ख़ादिम अलहजाज की तरफ से फ़ौरी तिब्बी इमदाद फ़राहम करके उन्हें हज के लिए तैयार किया गया है।
इसी दौरान जोगीपेट मेदक की एक ख़ातून आज़िम का ऑप्रेशन किया गया और वो अल-नूर हॉस्पिटल में ज़ेरे इलाज हैं। 76 साला ज़हीर उन्नीस जो अज़ीज़ये ज़मुरा के तहत अपने नवासे शमशीर बैग के साथ रवाना हुई हैं, वो नींद में पलंग से गिर पढ़ें और उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई। अल-नूर हॉस्पिटल में उनका ऑप्रेशन किया गया और वो रूबा सेहत हैं। ज़हीर उन्नीस का कोर नंबर TSR-6095-2 है और वो बिल्डिंग नंबर 188 में मुक़ीम हैं। स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शकूर ने ख़ादिम अलहजाज से ज़हीर उन्निसा की सेहत के बारे में मालूमात हासिल की।
उन्होंने बताया कि आइन्दा 3 दिन में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा और वो हज के लिए जा सकती हैं। प्रोफेसर शकूर ने ख़ादिम अलहजाज को पाबंद किया है कि वो आज़मीने हज्ज की सेहत पर ख़ुसूसी नज़र रखें और उन्हें वक़तन फ़वक़तन ज़रूरी दवाएं फ़राहम करें ताकि गर्मी की शिद्दत से बचा जा सके।
बताया जाता है कि मक्का मुकर्रमा में गर्मी की शिद्दत के बाइस बाज़ आज़मीन की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें ईलाज के बाद मुताल्लिक़ा इमारतों को वापिस भेज दिया गया। स्पेशल ऑफीसर के मुताबिक़ आज़मीन की अक्सरीयत ख़ैरीयत से है और वो हज की तैयारीयों में मसरूफ़ हैं।
आज़मीन में क़ुर्बानी के टोकन की तक़सीम का आग़ाज़ हुआ। हज कमेटी ने फ़ी आज़िम 450 रियाल क़ुर्बानी के लिए हासिल किए जिन आज़मीन ने हज कमेटी को क़ुर्बानी की रक़म अदा नहीं की, वो सऊदी अरब के अलराजी बैंक से टोकन हासिल कर सकते हैं।