मक्का मुकर्रमा : शैतान को पत्थर मारने के दौरान भगदड 310 शहीद और 400 ज़ख्मी

मक्का: शैतान को पत्थर मारने के दौरान मची भगगड में 310 लोगों के शहीद हो जाने और 400 से ज्यादा लोगों के ज़ख्मी होने की खबर है। सऊदी अरब में जुमेरात के रोज़ ईद उल जुहा मनाई जा रही है और आज ही हज के सफर का आखिरी दिन भी है।

इस वजह से वहां ज़्यादा भीड मौजूद थी। माना जा रहा है कि हताहतों की तादाद में और इजाफा हो सकता है। हर साल हुज्जाज किराम की तादाद बढने की वजह से इस बार मक्का मस्जिद तामीर का काम चल रहा है, जिसमें ज्यादा लोगों के लिए जगह बढाई जा रही है। सऊदी अरब के खबर चैनलों के मुताबिक, यहां करीब बीस लाख लोग मौजूद थे, जिसमें ख़्वातीन की भी अच्छी खासी तादाद थी।

सऊदी की सरकारी मीडिया के मुताबिक, किंग सलमान बुध के रोज़ से मक्का में ही हैं। वह खुद सुपरवाइज कर रहे हैं। हादसे के बाद वह पूरा इंतजाम करा रहे हैं। सऊदी हुकूमत ने 4000 सिविल डिफेंस के लोगों को बचाव और राहत के काम लगाया है। मौके पर 220 से ज्यादा एंबुलेंस मौजूद हैं। शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदायगी के दौरान सात बार पत्थर मारने की रिवायत है।

बताया जाता है कि इसी दौरान कोई अफवाह फैली और भगदड मच गई और यह बडा हादसा हो गया। हादसा मक्का मस्जिद के पास मीना में हुआ। इससे पहले 12 सितंबर को मक्का की मस्जिद अल हरम में क्रेन गिर गई थी जिसमें दो हिंदुस्तानी समेत 107 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 238 से ज्यादा लोग ज़ख्मी हो गए थे।

तब तेज हवाओं और बारिश की वजह से क्रेन मस्जिद की छत तोडते हुए अंदर घुस गई थी। पहले हो चुका है ऐसा हादसा इससे पहले 2006 में 12 जनवरी को भी शैतान को पत्थर मारने की रश्म के दौरान भगदड मच गई थी, जिसमें 400 से ज्यादा लोग शहीद हो गये थें थी और काफी तादाद में लोग ज़ख्मी हुए थे।