दिलदार नगर से कुछ दूर आगे बढ़ने पर एसी बोगी में धुआं निकलता दिखा। उस वक़्त ट्रेन पूरे स्पीड में थी। गाड़ी आगे बढ़ते ही धुआं भी बढ़ता गया। अचानक बेडिंगवाले ने बताया कि एसी फस्र्ट क्लास बोगी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गयी है। उसके बाद हम लोगों ने वैक्यूम खींच कर गाड़ी रोकी। अगर पांच मिनट भी उसी स्पीड में गाड़ी रहती, तो बोगी की आग पूरे ट्रेन में फैल सकती थी।
पीर को मगध एक्सप्रेस में रोंगटे खड़ी कर देनेवाली अगलगी की वाकिया का यह आंखों देखा हाल झाझा के राकेश कुमार ने सुनाया। राकेश इसी ट्रेन की एसी टू बोगी में नौ नंबर बर्थ पर सफर कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भागमभाग में उस एसी बोगी में सफर कर रहे ज़्यादातर मुसाफिरों का सामान ट्रेन में ही छूट गया। लोग किसी तरह निकल कर भागे। अगलगी की वजह से यह ट्रेन सुबह 11.30 बजे के बजाय शाम 6.30 बजे पटना जंकशन पहुंची। इस ट्रेन में कई इम्तेहान देने वाले तालिबे इल्म भी थे, जो नयी दिल्ली से आइबीपीएस की इम्तेहान देकर लौट रहे थे।