मक्का मस्जिद बम धमाका के 8 साल बाद मजलिस को शुहदाए मक्का मस्जिद के लिए इंसाफ़ याद आगया। /18 मई 2007 को मक्का मस्जिद में नमाजजे जुमा के मौके पर हुए बम धमाके में 9 अफ़राद शहीद हुए थे जबकि पाँच अफ़राद
पुलिस फायरिंग में शहीद करदिए गए थे।
सदर मजलिस ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए बताया कि मजलिस की तरफ से /18 मई 2015 बरोज़ पीर कालापत्थर ताड़बन इलाके में मक्का मस्जिद बम धमाका की याद में जलसा मुनाक़िद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस जलसे से सीनीयर क़ाइदीन के अलावा अराकीन मजलिस ख़िताब करेंगे और मक्का मस्जिद बम धमाके के मुल्ज़िमीन को ज़मानत पर रिहाई के ख़िलाफ़ एहतेजाज करते हुए हुकूमत से मुतालिबा किया जाएगा कि उनकी ज़मानत की मंसूख़ी के लिए सुप्रीम कोर्ट में दरख़ास्त दायर की जाये।
उन्होंने बताया कि मक्का मस्जिद धमाके के बाद की गई पुलिस फायरिंग की तहक़ीक़ात के लिए क़ायम करदा कमीशन की रिपोर्ट भी ताहाल पेश नहीं की गई है। जिस में पाँच मुस्लिम नौजवान शहीद होगए थे। रुकने पार्लियामेंट हैदराबाद ने रियासती हुकूमत से मुतालिबा किया कि भास्कर राव कमीशन की रिपोर्ट को मंज़रे आम पर लाते हुए ख़ाती ओहदेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाये।