मथुरा वाक़िया अमन-ओ-क़ानून की ख़राब सूरत-ए-हाल का नतीजा

हिंदूस्तानी कम्यूनिस्ट पार्टी ( सी पी आई)ने मथूरा के कोसी कला नमीं पानी के मसले पर हुए फ़िर्कावाराना फ़साद को अमन-ओ-क़ानून की ख़राब सूरत-ए-हाल का नतीजा बताया है । सी पी आई के रियास्ती सेक्रेटरी डाक्टर गिरीश और सीनीयर लीडर अशोक मिश्रा ने आज यहां कहा कि कोसी कलां में इससे पहले कभी भी फ़िर्कावाराना फ़साद नहीं हुआ था। पानी के मसले पर झगड़ा रियासत में इंतिज़ामीया के मफ़लूज हो जाने का नतीजा है।

ज़िला इंतिज़ामीया ने अगर फ़ौरन मुदाख़िलत की होती तो दो लोगों की मौत और 15 अफ़राद ज़ख्मी नहीं होते और ना ही कर्फ़यू लगाने की नौबत आती। सी पी आई के लीडर ने कहा कि रियासत में अमन-ओ-क़ानून की सूरत-ए-हाल बद से बदतर होती जा रही है। अगर इस पर फ़ौरी तौर पर कंट्रोल नहीं किया गया तो इस तरह के वाक़ियात आम हो सकते हैं।

उन्होंने वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव से इंतिज़ामीया को चुस्त दरुस्त करने का मुतालिबा किया।