कॉंग्रेस के रियासती सदर सुखदेव भगत ने कहा है की मदरसा असातिज़ा की मुताल्बात को लेकर पार्टी संजीदा है। इस मसले पर इत्तिहाद हुकूमत की नियत साफ है। हुकूमत कोई न कोई रास्ता निकालेगी। अक़लियत तबके के लोग इंतिख़ाब के वक़्त काँग्रेस पार्टीका साथ देगे हैं, तो वे काँग्रेस इत्तिहाद हुकूमत से उम्मीद करेंगे। सुखदेव इतवार को अपने रिहाइशगाह पर मदरसा स्कूलों के समन्वय कमिटी को खिताब कर रहे थे। उन्होने कहा की मदरसा को असातिज़ा के इलावा उर्दू असातिज़ा की बहाली समेत दूसरे मसले पर मर्कज़ी हुकूमत जय राम रमेश ने खजाना वज़ीर रजेंदर प्रसाद सिंह, इंसानी वसायल तरक़्क़ी वज़ीर गीता उराऊं के साथ बैठक की। तालीम वज़ीर भी इन मुताल्बात को पूरा करने के लिए कोशिश में लगे हैं।
मौके पर जेनरल सेक्रेटरी गाजी ने कहा की 11 फरवरी से पहले हुकूमत उनकी मुताल्बात पर फैसला लें, नहीं तो तहरीक के लिए मजबूर होंगे। वफद में मौलाना हम्मद कासमी, सैयद फजलूल होदा, श्रीकांत पांडे, राजहंस, मुख्तारुल हक़, शरफुद्दीन राशिदी समेत कई लोग शामिल थे। इस मौक़े पर काँग्रेस के लीडर स्टीफन मरांडी, शैलेश सिन्हा, शमशेर आलम, सुरेन्द्र सिंह, सूर्यकान्त शुक्ला, अजय राय, लाल किशोर नाथ शहदेव, रविंदर सिंह अनूप सिंह, अभय कुमार समेत कई लोग मौजूद थे।