मध्य प्रदेश: उच्च शिक्षा के बावजूद मुस्लिम युवा छोटी मोटी नौकरी करने को मजबूर

भोपाल: कहने को तो मध्य प्रदेश सरकार की ओर से अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ मुस्लिम समुदाय को न के बराबर मिल पा रहा है, ;बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ’ का नारा बुलंद करने वाली मध्य प्रदेश सरकार बेटियों की बात तो करती है, मगर उन्ही बेटियों पर ध्यान नहीं दे रही है, जो अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद छोटी मोटी नौकरी करने को मजबूर हैं. मध्यप्रदेश को विकसित राज्य कहा जाता है, लेकिन इस विकास में मुस्लिम समुदाय की बात की जाए, तो वह नदारद है.

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प्रदेश 18 के अनुसार, सरकार की ओर से अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ मुस्लिम समुदाय को न के बराबर मिल पा रहा है, जबकि अन्य अल्पसंख्यक इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं.
हालांकि इन योजनाओं का मुस्लिम वर्ग को लाभ न मिल पाने की मूल वजह खुद मुस्लिम समुदाय में जागरूकता का अभाव है. लेकिन यह बात भी सच है कि सरकार इस के विज्ञापन पर भी कोई ध्यान नहीं दे रही है. जागरूकता के अभाव और विज्ञापन की कमी से मुस्लिम समुदाय में बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है.
सरकार के साथ साथ सरकारी कर्मचारी भी जब मुस्लिम समाज के लिए अच्छी सोच रखेंगे, तब ही मुस्लिम समुदाय को इस का लाभ मिल सकता है.