मलेशिया के प्रधानमंत्री ने म्यांमार से की रोहंगिया मुसलमानों पर अत्याचार बंद करने की अपील

मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रज़ाक ने गुरुवार को म्यांमार से रोहंगिया मुसलमानों पर हमले बन्द करने और विश्व के इसलामिक देशो से इस अमानवीय त्रासदी के खिलाफ कार्य करने की अपील की। मलेशिया खासकर अक्टूबर से मजबूती से म्यांमार के बुद्धिस्टों के रोहंगिया मुसलमानों के व्यहवार के खिलाफ खुल कर बोल रहा हैं। अक्टूबर में बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा सेनाओं द्वारा हमला किया गया था जिसमे कई रोहंगिया मारे गए थे।

9 अक्टूबर को किये गए म्यांमार हमले में लगभग 86 लोग मारे गए थे और 66,000 बांग्लादेश में प्रवास कर गए थे और नौ म्यांमार के पुलिस अधिकारी मारे गए थे। मलेशिया में रोहंगिया के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बुलाई गयी आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन के बैठक में मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब ने कहा की हत्याएं बंद होनी चाहिए। औरतो और लड़कियों का उत्पीड़न बंद होना चाहिए।औरतों मर्दों पर मुसलमान होने के आधार पर किया जा रहा अत्याचार बंद होना चाहिए।

शरणार्थी, निवासी और मानवाधिकार समूहों ने कहा की म्यांमार की सेना द्वारा हत्या की गयी है, महिलाओ के बलात्कार किये गए हैं और घरो को जलाया गया है।वही म्यांमार के नोबेल पीस पुरस्कार विजेता औंग सन सूं कई द्वारा इल्जामो को गलत ठहरा गया और कहा गया की बहुत सी रिपोर्ट्स काल्पनिक है। और राखिने राज्य में जो हो रहा है वो आंतरिक मामला है।नजीब का कहना है की हम म्यांमार सरकार से अपील करते हैं सभी रोहंगिया हमलों और भेदभाव व्यव्हार को फौरन रोका जाए और अप्राधकर्ताओं को सज़ा दी जाए।