ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली ख़ामेनई का कहना है कि मशरिक़-ए-वुसता में अमन मुज़ाकरात में अमरीका अच्छा सालिस नहीं साबित होरहा। ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने ईद की नमाज़ के बाद सरकारी टेली वीजन पर जारी होने वाले बयान में कहा कि मशरिक़-ए-वुसता के अमन मुज़ाकरात में अमरीका का किरदार मनफ़ी (निगेटिव)है,अमरीका दरपर्दा इसराईल से मिला हुआ है।
उन्हों ने कहा कि फ़लस्तीनी अवाम के हुक़ूक़ छीनने के साथ साथ अमन मुज़ाकरात बेनतीजा रहेंगे, मुज़ाकरात में सब से अहम रुकावट फ़लस्तीन की सरहदों का ताय्युन है। फ़लस्तीनी ,मग़रिबी किनारे, ग़ज़ा और मशरिक़ी बैतुल-मुक़द्दस पर मुश्तमिल रियासत चाहते हैं ,जिन पर इसराईल क़ाबिज़ है।
आयतुल्लाह अली ख़ामेनई ने मिस्र में बढ़ती हुई कशीदगी पर भी तशवीश का इज़हार किया। आयतुल्लाह ख़ामेनई का ये बयान ऐसे वक़्त में सामने आया है जब मशरिक़े वुसता अमन मुज़ाकरात का दूसरा दौर अगले हफ़्ते शुरू होने वाला है।