आम आदमी पार्टी (आप) के लीडर कुमार विश्वास ने अलहैदगी पसंद लीडर मसरत आलम की रिहाई पर मच रहे बवाल के बीच एक खतरनाक बयान दिया है. कुमार विश्वास ने कहा कि सेक्युरिटी फोर्स को ऐसे भेड़ियों को गिरफ्तार करने के बजाय गोली मार देनी चाहिए. कुमार विश्वास ने मसरत आलम की रिहाई को कश्मीर में शहीद हुए फौजियों की तौहीन करार दिया.
कुमार विश्वास ने कहा, ‘यह मुल्क की उन तमाम मांओं की तौहीन है, जिन्होंने अपने बेटे फौज में भेजे हैं. यह मुल्क की उन तमाम बेवाओं के आंसुओं और सिंदूर की तौहीन है, जिनके शौहर कश्मीरवादी में इन्हीं दहशतगर्दो से लड़ते हुए शहीद हुए हैं.’ कुमार विश्वास ने इसके बाद दहशतगर्दों को पकड़ने के बजाय उन्हें गोली मार देने की वकालत की.
उन्होंने कहा, ‘मुझे तो कई बार ज़ाती तौर से ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान की फोर्स से हमें गुजारिश करना चाहिए कि ऐसे आदमखोर भेड़ियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने के बजाय सीधे गोली मार दें, तो ठीक है.’ कुमार विश्वास ने जम्मू कश्मीर के वज़ीर ए आला मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि ऐसा न होने पर इन दहशतगर्दों को लीडर कभी अपनी बेटी और कभी इक्तेदार के लिए रिहा करते रहेंगे.