मसर्रत आलम फिर हुए गिरफ्तार

नयी दिल्ली: हुकूमत ने आज बताया कि गद्दारी की सरगर्मियों में मुलव्वस के लिए अलहैदगी पसंद लीडर मसर्रत आलम के खिलाफ नयी एफआईआर दर्ज की गई हैं और उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया, साथ ही रियासती हुकूमत से कहा गया है कि उसके खिलाफ दर्ज सभी मुजरिमाना मामलों पर गहराई से कार्रवाई की जाए.

लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में वज़ीर ए दाखिला हरिभाई परथीभाई चौधरी ने कहा कि अक्तूबर 2010 से जम्मू कश्मीर लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत नजरबंद अलहैदगीपसंद मसर्रत आलम भट को सात मार्च 2015 को रिहा किया गया था. इस ताल्लुक में वज़ारत की तरफ से 12 मार्च 2015 का एक सलाह खत रियासत जम्मू कश्मीर को जारी किया गया था.

जिसमें दिगर बातों के अलावा इस बात का ज़िक्र किया गया कि मसर्रत आलम के खिलाफ दर्ज सभी मुजरिमाना मामलों पर गहराई से कार्रवाई की जाए और जमानत के ताल्लुक हुक्म का जायज़ा के लिए कदम उठाने के साथ निगरानी यकीन की जाए.

वज़ीर ने कहा कि गद्दारी में मुलव्वस के लिए मसर्रत आलम के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज की गई हैं जिसके मद्देनजर उसे फिर से 17 अप्रैल 2015 को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के रियासती हुकूमत को यह भी जांच करने की सलाह दी गई है कि क्या मसर्रत आलम भट की हाल की सरगर्मियां जमानत की शर्तो की खिलाफवर्जी तो नहीं थीं.

रियासत की हुकूमत की तरफ से भी Public Safety Act के तहत भट के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है.